शनिवार, मई 04, 2019

मतदाता जागरूकता अभियान संदर्भित बुंदेली गीत... ओ बड्डे, काय फिरत भैराने - डॉ. वर्षा सिंह

Dr. Varsha Singh

बुंदेली गीत
              - डॉ. वर्षा सिंह

ओ बड्डे, काय फिरत भैराने ।।
काय फिरत भैराने, ओ बड्डे
अपनो हाल बतइयो हमसे
करियो नाय बहाने ।
ओ बड्डे, काय फिरत भैराने ।।

कोऊ से तुम अब ना डरइयो
वोट डारबे खों तुम बी जइयो
देश के लाने कदम बढ़इयो
अपनो वोट डार के अइयो

लोकतंत्र त्यौहार हमाओ
ऊ में का शरमाने !
ओ बड्डे, काय फिरत भैराने ।।

भौजी संगे हंस के जइयो
प्रजातंत्र की गैल दिखइयो
वोटन को अधिकार बतइयो
तुम अपनो बी वोट गिरइयो

वोट -वोट मिलके नई संसद
नोनी खूब बनाने ।
ओ बड्डे, काय फिरत भैराने ।।

आज अबई जा कसम उठइयो
कोऊ की बातन में ना अइयो
जी को अपने ना बहकइयो
सोच समझ के बटन दबइयो

एक तुमाओ वोट है हीरा
ई को नाय गंवाने ।
ओ बड्डे, काय फिरत भैराने ।।

बुंदेली गीत ... मतदाता जागरूकता - डॉ. वर्षा सिंह

मेरे इस बुंदेली गीत को web magazine युवा प्रवर्तक के अंक दिनांक 05 मई 2019 में स्थान मिला है।
युवा प्रवर्तक के प्रति हार्दिक आभार 🙏
यदि आप चाहें तो पत्रिका में इसे इस Link पर भी पढ़ सकते हैं ...




8 टिप्‍पणियां:

  1. ब्लॉग बुलेटिन की दिनांक 04/05/2019 की बुलेटिन, " इसलिए पड़े हैं कम वोट - ब्लॉग बुलेटिन “ , में आप की पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !

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  2. सामयिक और सुन्दर प्रस्तुति

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    1. ओंकार जी, आपकी टिप्पणी हेतु धन्यवाद 🙏

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  3. बहुत सुंदर अभिव्यक्ति, वर्षा दी।

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  4. जी नमस्ते,
    आपकी लिखी रचना 8 मई 2019 के लिए साझा की गयी है
    पांच लिंकों का आनंद पर...
    आप भी सादर आमंत्रित हैं...धन्यवाद।

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  5. बहुत सुन्दर आदरणीय दी जी
    सादर

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