शनिवार, मार्च 28, 2020

कोरोना के विरुद्ध ... डॉ. वर्षा सिंह

Dr. Varsha Singh

      दैनिक भास्कर, सागर संस्करण ने आज 28 मार्च 2020 के अंक में प्रश्न उठाया है कि.... "अपने शहर और देश के साथ कलम के सिपाही भी इन दिनों लॉकडाउन में हैं। लेकिन क्या उनकी कलम भी लॉक हो गई है?" और फिर उत्तर के रूप में प्रकाशित किए हैं सागर के प्रमुख साहित्यकारों की अभिव्यक्ति के अंश। जी हां, बहन डॉ. शरद सिंह की ग़ज़ल के शेर और मेरे भी दोहे को शामिल किया गया है इसमें....
हार्दिक आभार दैनिक भास्कर 🙏





#StayHome
#Corona
#Lockdown

शनिवार, मार्च 21, 2020

बारह दोहे कोरोना से जंग पर ..... "जनता कर्फ्यू" - डॉ. वर्षा सिंह

Dr. Varsha Singh
    हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान पर स्वयं, परिवार, समाज और देश के हित में आज हम सब भारतवासी कोरोना वायरस के विरुद्ध जंग में शामिल हो कर "जनता कर्फ्यू " का स्वेच्छा से पालन कर रहे हैं ... तो पढ़िए मेरे बारह दोहे जिन्हें web magazine युवा प्रवर्तक के अंक दिनांक 22 मार्च 2020 में स्थान मिला है।
युवा प्रवर्तक के प्रति हार्दिक आभार 🙏

बारह दोहे कोरोना से जंग पर

"जनता कर्फ्यू"
                    - डॉ. वर्षा सिंह

कोरोना समझे नहीं, रंग, धरम ना जात।
मिल कर लें संकल्प हम, देनी होगी मात।।1।।

कोरोना की आपदा, मनुज रहा है झेल ।
रहें एकजुट हम अगर, यह भी होगा फेल।।2।।

सार्स, इबोला से नहीं ,घबराया इंसान।
कोरोना के घात का, हमको है संज्ञान।।3।।

शहर, देश, दुनिया सभी पर संकट की छांव।
बच कर स्वयं, बचाइए, अपनी बस्ती-गांव।।4।।

बहुत बुरा यह संक्रमण, इतना लीजे जान।
टीका इसका है नहीं, जा सकती है जान ।।5।।

मानव हैं हम, ये सदा हमें रहेगा भान।
करना हमें सदैव है नए-नए संधान।।6।।

कोरोना का भी कभी निकलेगा कुछ तोड़।
वर्तमान में दीजिए सभी बुराई छोड़।।7।।

"जनता कर्फ्यू" में निहित, सबके हित की बात।
इसी तरह दे पायेंगे, कोरोना को मात ।।8।।

वहां सुरक्षित हैं सभी, जहां सतर्क इंसान।
दूर भ्रमों से रह करें सच्चाई का भान ।।9।।

दूरी रखिए आपसी, नहीं घूमने जाएं ।
पालन वह सब कीजिए, जो पी.एम. समझाएं।।10।।

भय मन में मत पालिए, किन्तु न निर्भय होंए ।
सैनेटाइजर से सदा हाथों को मल धोंए ।।11।।

"वर्षा" भारत भूमि पर दिन यह बाइस मार्च।
जग को पथ दिखला रहा, बन कर जलती टार्च ।।12।।
            ----------------
   
मित्रों, यदि आप चाहें तो पत्रिका में इसे इस Link पर भी पढ़ सकते हैं ...
http://yuvapravartak.com/?p=26946



रविवार, मार्च 08, 2020

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की प्रासंगिकता - डॉ. वर्षा सिंह

Dr. Varsha Singh

     अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आज हिन्दी समाचार पोर्टल हरमुद्दा डॉटकॉम के अंक दिनांक 08 मार्च 2020 में सामाजिक सरोकार के अंतर्गत मेरे विचार शामिल किए गए हैं।
हरमुद्दा डॉटकॉम के प्रति हार्दिक आभार 🙏
मित्रों, यदि आप चाहें तो पोर्टल में इसे इस Link पर भी पढ़ सकते हैं ...
http://harmudda.com/?p=15065

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की प्रासंगिकता

संस्कृत में एक श्लोक है- 'यस्य पूज्यंते नार्यस्तु तत्र रमन्ते देवता:। अर्थात्, जहां नारी की पूजा होती है, वहां देवता निवास करते हैं। भारतीय संस्कृति में नारी के सम्मान को बहुत महत्व दिया गया है।
नारी सम्मान का स्मरण कराने का दिवस है अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस यानी 08 मार्च .... जी हां, विश्व के विभिन्न क्षेत्रों में समस्त प्रकार की महिलाओं के प्रति सम्मान, प्रशंसा और प्यार प्रकट करते हुए इस दिन को महिलाओं के आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक उपलब्धियों के उपलक्ष्य में उत्सव के रूप में मनाया जाता है। मां, बहन, बेटी, पत्नी... अनेक रूप हैं महिलाओं के। हर रूप में नारी स्तुत्य है।
महिला दिवस मनाने का उद्देश्य नारी को समाज की कुरीतियों से बाहर निकालकर विकास का अवसर प्रदान करना है। महिला दिवस मनाने का वास्तविक मकसद यह है कि महिलाओं को जीवन में बराबरी का दर्जा मिले। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस समाज में महिलाओं के योगदान का जश्न मनाता है, लिंग समानता के लिए लड़ाई के बारे में जागरूकता बढ़ाता है, और उन संगठनों के लिए समर्थन को प्रेरित करता है जो विश्व स्तर पर महिलाओं की मदद करते हैं।
     - डॉ. वर्षा सिंह, सागर (म.प्र.)


गुरुवार, मार्च 05, 2020

क्षत्रिय नव चेतना मंच, सागर : एक यादगार शाम - डॉ. वर्षा सिंह



        अपनों का साथ हमेशा ख़ुशी देता है, नई ऊर्जा देता है... दिनांक 04 मार्च 2020 को एक ऐसा ही अवसर था...क्षत्रिय समाज सागर के अंतर्गत क्षत्रिय नव चेतना मंच, सागर द्वारा डॉ. हरीसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय के भौतिक विज्ञान विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ.जय सिंह के गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय, बिलासपुर में एसोसिएट प्रोफेसर का पदभार ग्रहण करने के अवसर पर उन्हें दी गई विदाई पर आयोजित रात्रिभोज का।
शुक्रिया भाई वीनू राणा जी, शुक्रिया भाई डॉ. शशि कुमार सिंह जी और शुक्रिया भाई लखन ठाकुर जी