प्यार के मोल वास्तव में अनमोल हैं.आपने प्यार के भावों को गहराई से प्रस्तुत किया है.अदभुत आनंद दे रही है आपकी यह अभिव्यक्ति. मेरे ब्लॉग पर आप आयीं इसके लिए बहुत बहुत आभार.
आपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी प्रस्तुति भी कल के चर्चा मंच का आकर्षण बनी है कल (30-5-2011) के चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट देखियेगा और अपने विचारों से चर्चामंच पर आकर अवगत कराइयेगा और हमारा हौसला बढाइयेगा।
प्यार के मोल वास्तव में अनमोल हैं.आपने प्यार के भावों को गहराई से प्रस्तुत किया है.अदभुत आनंद दे रही है आपकी यह अभिव्यक्ति. मेरी हार्दिक शुभ कामनाएं आपके साथ हैं !!
कितना तरसा है मन मीठे - बोल तुम्हारे मिल जाएँ , बोल प्यार के तुम बोलो तो , ऐसाफिर कुछ हो जाए , बस इक बार तुम मिल जाओ तो , रूठा सावन मिल जाए , सावन बिन बदरा आये , वर्षा का मन खिल जाए , वर्षा का मन हर्षाये । सुन्दर रचना ,दर्द यही है "गुजरा हुआ ज़माना आता नहीं दोबारा ,हाफ़िज़ खुदा तुम्हारा "
डॉ॰ मोनिका शर्मा जी, मेरे गीत पर आपके आत्मीय विचारों ने मेरा उत्साह बढ़ाया... यह जानकर सुखद अनुभूति हुई कि आपको मेरा गीत पसन्द आया। कृपया इसी तरह सम्वाद बनाए रखें।
मन के मधुर प्रेमभावों और सुन्दर शब्दों को गीत के धागे में पिरोकर जो प्यारी रचना तैयार की है आपने .....वाकई मनोहारी है | चित्र संयोजन रसानंद को द्विगुणित कर रहा है |
सुरेन्द्र सिंह " झंझट " जी, मेरे गीत पर आपके आत्मीय विचारों ने मेरा उत्साह बढ़ाया... यह जानकर सुखद अनुभूति हुई कि आपको मेरा गीत पसन्द आया। कृपया इसी तरह सम्वाद बनाए रखें।
संगीता स्वरुप जी, मेरे गीत को आत्मीयता प्रदान करने के लिये पुनः आभार. मेरी पोस्ट को चर्चा मंच में शामिल करके आपने जो सम्मान दिया है और उत्साहवर्द्धन किया है, उस के लिए मैं आपकी अत्यंत आभारी हूं.
प्रिय तुम्हारे दीर्घ मौन को क्या समझूं , हाँ समझू या न समझूं ! मौन मुखरित है -"बोल तुम्हारे मिल जाएँ ,बोल तुम्हारे सुनकर मेरी मन की कलियाँ खिल जाएँ " ताज़ा रचना प्रतीक्षित है .
वर्षा जी, आपकी कविताओं में मिसरी की मीठास घुली रहती है.भावों के लिए आपका शब्द चयन असाधारण रहता है. बोल तुम्हारे सुनकर मेरे मन की कलियाँ खिल जाएँ.... वाह !
प्यार के तो मीठे बोल मन में हजार उमंग-तरंग भर देती हैं ....
जवाब देंहटाएंप्यार का मनुहार करती सुन्दर प्रेमपगी रचना..
aadarniya varshaji,
जवाब देंहटाएंek - ek shabd prem ki gahrai ko vyakt karta hai, aap har baar itna achchha likhti hain ki hum niruttar ho jaate hain , bahut shaandaar prastuti
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जवाब देंहटाएंशब्दों के धागे से सुख के सपने सिल जाएँ ...बहुत सुन्दर भाव ... अच्छी प्रस्तुति..
जवाब देंहटाएंबेहद भावभीनी प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंप्यार भरी मनमोहक पंक्तियाँ.
जवाब देंहटाएंसादर
प्यार के मोल वास्तव में अनमोल हैं.आपने प्यार के भावों को गहराई से प्रस्तुत किया है.अदभुत आनंद दे रही है आपकी यह अभिव्यक्ति.
जवाब देंहटाएंमेरे ब्लॉग पर आप आयीं इसके लिए बहुत बहुत आभार.
Komal bhavanaon ko ukeratee is sundar rachana hetu meri badhai sweekaren
जवाब देंहटाएंbahut khoobsoorat abhivyakti.
जवाब देंहटाएंdil ko chhoo rahee hai.
आपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी
जवाब देंहटाएंप्रस्तुति भी कल के चर्चा मंच का आकर्षण बनी है
कल (30-5-2011) के चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट
देखियेगा और अपने विचारों से चर्चामंच पर आकर
अवगत कराइयेगा और हमारा हौसला बढाइयेगा।
http://charchamanch.blogspot.com/
ये बोल प्यार के मौन है..जो अनंत की भाषा कहते है..बहुत ही प्रेममयी सुंदर रचना....बड़े दिनों बाद आपकी नयी पोस्ट पढ़ सका........।
जवाब देंहटाएंमौन की शक्ति का आभास है आपको , सुंदर रचना ,बधाई ..
जवाब देंहटाएंpyaar ke khoobsurat bol
जवाब देंहटाएंप्यार के मोल वास्तव में अनमोल हैं.आपने प्यार के भावों को गहराई से प्रस्तुत किया है.अदभुत आनंद दे रही है आपकी यह अभिव्यक्ति.
जवाब देंहटाएंमेरी हार्दिक शुभ कामनाएं आपके साथ हैं !!
कितना तरसा है मन मीठे -
जवाब देंहटाएंबोल तुम्हारे मिल जाएँ ,
बोल प्यार के तुम बोलो तो ,
ऐसाफिर कुछ हो जाए ,
बस इक बार तुम मिल जाओ तो ,
रूठा सावन मिल जाए ,
सावन बिन बदरा आये ,
वर्षा का मन खिल जाए ,
वर्षा का मन हर्षाये ।
सुन्दर रचना ,दर्द यही है "गुजरा हुआ ज़माना आता नहीं दोबारा ,हाफ़िज़ खुदा तुम्हारा "
सपनो के धागों से मेरे
जवाब देंहटाएंसुख के सपने सिल जाये
कविता के भाव अतिसुन्दर, उत्कृष्ट शब्द प्रयोग बधाई
kisi ki khamosi is kader bechain karti hai ye apki rachna me saaf dikhta hai.. bhut hi acche se bataya hai apne...
जवाब देंहटाएंreally the words full of love have the power to transform your foes into friends..
जवाब देंहटाएंnice post agn !!!
सपनो के धागों से मेरे
जवाब देंहटाएंसुख के सपने सिल जाये
हृदयस्पर्शी पंक्तियाँ....
बहुत सुन्दर गीत.
जवाब देंहटाएंप्यार से सराबोर.
कविता रावत जी,
जवाब देंहटाएंजानकर प्रसन्नता हुई कि आपको मेरी कविता पसन्द आई....
मेरे गीत को आत्मीयता प्रदान करने के लिये आभार....
संजय कुमार चौरसिया,
जवाब देंहटाएंमेरे गीत को पसन्द करने के लिए हार्दिक धन्यवाद..
आपकी आत्मीय टिप्पणी के लिए अत्यंत आभारी हूं.
संगीता स्वरुप जी,
जवाब देंहटाएंआपका स्नेह मेरे गीत को मिला..यह मेरा सौभाग्य है.
आत्मीय टिप्पणी के लिए अत्यंत आभार....
वन्दना जी,
जवाब देंहटाएंजानकर प्रसन्नता हुई कि आपको मेरी कविता पसन्द आई....
मेरे गीत पर आपके आत्मीय विचारों ने मेरा उत्साह बढ़ाया है....
मेरी पोस्ट को चर्चा मंच में शामिल करके आपने जो सम्मान दिया है और उत्साहवर्द्धन किया है, उस के लिए मैं आपकी की अत्यंत आभारी हूं.
यशवन्त माथुर जी,
जवाब देंहटाएंमेरे गीत को पसंद करने के लिये बहुत-बहुत धन्यवाद.
अनुगृहीत हूं आपकी आत्मीय टिप्पणी के लिए...
राकेश कुमार जी,
जवाब देंहटाएंयह जानकर प्रसन्नता हुई कि आपको मेरा गीत पसन्द आया....
इसी तरह अपने अमूल्य विचारों से अवगत कराते रहें.
अबनीश सिंह चौहान जी,
जवाब देंहटाएंयह जानकर सुखद अनुभूति हुई कि आपको मेरा गीत पसन्द आया।
कृपया इसी तरह सम्वाद बनाए रखें।
आपका सदा स्वागत है।
विशाल जी,
जवाब देंहटाएंमेरे गीत को पसन्द करने के लिए हार्दिक धन्यवाद..
आपकी आत्मीय टिप्पणी के लिए अत्यंत आभारी हूं.
Er. सत्यम शिवम जी,
जवाब देंहटाएंयह जानकर सुखद अनुभूति हुई कि आपको मेरा गीत पसन्द आया।
कृपया इसी तरह सम्वाद बनाए रखें।
आपका सदा स्वागत है।
सुनील कुमार जी,
जवाब देंहटाएंमेरे गीत पर प्रतिक्रिया देने के लिये बहुत-बहुत धन्यवाद।
कृपया इसी तरह अपने अमूल्य विचारों से अवगत कराते रहें।
रश्मि प्रभा जी,
जवाब देंहटाएंमेरे गीत को पसन्द करने के लिए हार्दिक धन्यवाद..
आपकी आत्मीय टिप्पणी के लिए अत्यंत आभारी हूं.
मदन शर्मा जी,
जवाब देंहटाएंयह जानकर सुखद अनुभूति हुई कि आपको मेरा गीत पसन्द आया।
कृपया इसी तरह सम्वाद बनाए रखें।
आपका सदा स्वागत है।
वीरूभाई जी,
जवाब देंहटाएंमेरे गीत को पसंद करने के लिये बहुत-बहुत धन्यवाद.
अनुगृहीत हूं आपकी आत्मीय टिप्पणी के लिए...
कुश्वंश जी,
जवाब देंहटाएंमेरे गीत पर आपके आत्मीय विचारों ने मेरा उत्साह बढ़ाया है.... हार्दिक धन्यवाद एवं आभार।
सुषमा'आहुति' जी,
जवाब देंहटाएंमेरी कविता को आत्मीयता प्रदान करने के लिये आभार...
कृपया इसी तरह सम्वाद बनाए रखें।
आपका सदा स्वागत है।
ज्योति मिश्रा जी,
जवाब देंहटाएंमेरे गीत को पसन्द करने के लिए हार्दिक धन्यवाद..
आपकी आत्मीय टिप्पणी के लिए अत्यंत आभारी हूं.
डॉ॰ मोनिका शर्मा जी,
जवाब देंहटाएंमेरे गीत पर आपके आत्मीय विचारों ने मेरा उत्साह बढ़ाया...
यह जानकर सुखद अनुभूति हुई कि आपको मेरा गीत पसन्द आया।
कृपया इसी तरह सम्वाद बनाए रखें।
कुंवर कुसुमेश जी,
जवाब देंहटाएंआपका स्नेह मेरे गीत को मिला..यह मेरा सौभाग्य है.
आत्मीय टिप्पणी के लिए अत्यंत आभार....
बहुत सुन्दर प्रेममयी रचना..
जवाब देंहटाएंमन के मधुर प्रेमभावों और सुन्दर शब्दों को गीत के धागे में पिरोकर जो प्यारी रचना तैयार की है आपने .....वाकई
जवाब देंहटाएंमनोहारी है | चित्र संयोजन रसानंद को द्विगुणित कर रहा है |
शब्दों के धागों से सुख के सपने सील जाएँ ... बहुत उम्दा ... आमीन ...
जवाब देंहटाएंबहुत कोमल पंक्तियाँ हैं ...
बहुत ही सुन्दर शब्दों का संगम है इस रचना में ... ।
जवाब देंहटाएंकैलाश सी. शर्मा जी,
जवाब देंहटाएंयह जानकर प्रसन्नता हुई कि आपको मेरा गीत पसन्द आया....
इसी तरह अपने अमूल्य विचारों से अवगत कराते रहें.
सुरेन्द्र सिंह " झंझट " जी,
जवाब देंहटाएंमेरे गीत पर आपके आत्मीय विचारों ने मेरा उत्साह बढ़ाया...
यह जानकर सुखद अनुभूति हुई कि आपको मेरा गीत पसन्द आया।
कृपया इसी तरह सम्वाद बनाए रखें।
दिगम्बर नासवा जी,
जवाब देंहटाएंमेरे गीत को पसंद करने के लिये बहुत-बहुत धन्यवाद.
अनुगृहीत हूं आपकी आत्मीय टिप्पणी के लिए...
सदा जी,
जवाब देंहटाएंयह जानकर प्रसन्नता हुई कि आपको मेरा गीत पसन्द आया....
इसी तरह अपने अमूल्य विचारों से अवगत कराती रहें.
संगीता स्वरुप जी,
जवाब देंहटाएंमेरे गीत को आत्मीयता प्रदान करने के लिये पुनः आभार.
मेरी पोस्ट को चर्चा मंच में शामिल करके आपने जो सम्मान दिया है और उत्साहवर्द्धन किया है, उस के लिए मैं आपकी अत्यंत आभारी हूं.
http://shayaridays.blogspot.com/
जवाब देंहटाएंप्रिय तुम्हारे दीर्घ मौन को क्या समझूं ,
जवाब देंहटाएंहाँ समझू या न समझूं !
मौन मुखरित है -"बोल तुम्हारे मिल जाएँ ,बोल तुम्हारे सुनकर मेरी मन की कलियाँ खिल जाएँ "
ताज़ा रचना प्रतीक्षित है .
बेहद भावभीनी प्रस्तुति। आभार|
जवाब देंहटाएंRicha P Madhwani ,
जवाब देंहटाएंWELCOME......I am waiting for ur comment.
veerubhai ji,
जवाब देंहटाएंThanks for your precious comment.
Patali-The-Village ,
जवाब देंहटाएंआपका स्नेह मेरे गीत को मिला..यह मेरा सौभाग्य है.
आत्मीय टिप्पणी के लिए अत्यंत आभार....
बहुत सुंदर प्रेम रचना,
जवाब देंहटाएंविवेक जैन vivj2000.blogspot.com
आपकी उत्साहवर्धक टिप्पणी के लिए धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंhttp://seawave-babli.blogspot.com
बहुत ही मधुर गीत! दिल को पुलकित कर गया
जवाब देंहटाएंविवेक जैन जी,
जवाब देंहटाएंमेरी कविता को आत्मीयता प्रदान करने के लिये आभार...
कृपया इसी तरह सम्वाद बनाए रखें।
आपका सदा स्वागत है।
उर्मि जी,
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत धन्यवाद.
'साहिल' जी,
जवाब देंहटाएंयह जानकर प्रसन्नता हुई कि आपको मेरा गीत पसन्द आया....
इसी तरह अपने अमूल्य विचारों से अवगत कराते रहें.
बेहद भावभीनी प्रस्तुति। बहुत सुंदर प्रेम रचना
जवाब देंहटाएंसुन्दर कामना, सुन्दर कविता!
जवाब देंहटाएंsabad nahin hae ki varanan kar sakun.
जवाब देंहटाएंbahut sundar
वर्षा जी,
जवाब देंहटाएंआपकी कविताओं में मिसरी की मीठास घुली रहती है.भावों के लिए आपका शब्द चयन असाधारण रहता है.
बोल तुम्हारे सुनकर मेरे मन की कलियाँ खिल जाएँ....
वाह !
अरुण चन्द्र रॉय जी,
जवाब देंहटाएंयह जानकर प्रसन्नता हुई कि आपको मेरा गीत पसन्द आया....
इसी तरह अपने अमूल्य विचारों से अवगत कराते रहें.
अनुराग शर्मा जी,Smart Indian - स्मार्ट इंडियन
जवाब देंहटाएंआपकी आत्मीय टिप्पणी के लिए अत्यंत आभारी हूं.
प्रदीप श्रीवास्तव जी,
जवाब देंहटाएंआपका स्नेह मेरे गीत को मिला..यह मेरा सौभाग्य है.
आत्मीय टिप्पणी के लिए अत्यंत आभार....
Sapna Nigam ji,
जवाब देंहटाएंThanks for your comments.Hope you will be give me your valuable response on my future posts.
आप से अच्छा लिखने की प्रेरणा मिलती है बहुत सुंदर......
जवाब देंहटाएंमन करता है की बार बार पढ़ें !!
मदन शर्मा जी,
जवाब देंहटाएंमैं आपको धन्यवाद भर कहूं तो कम होगा, आपके अपनत्व ने मुझे भावविभोर कर दिया है।
अत्यंत आभारी हूं।
डाक्टर साहेब । एक निवेदन करना था। आप पहले तस्बीर तलाश कर उस अनुसार रचना लिखती है या रचना लिखने के वाद उसके अनुकूल चित्र तलाशती है।
जवाब देंहटाएंA lovely photo and a beautiful poem.
जवाब देंहटाएंBest wishes,
Joseph
कितना तरसा है मन ,मीठे... बोल तुम्हारे मिल जाये
जवाब देंहटाएंप्रेम की अति सुंदर भावाव्यक्ति...
Brijmohan Shrivastava ji,
जवाब देंहटाएंI am very glad to see your comment on my poem. Hearty thanks.
You're always welcome.
Joseph Pulikotil ji,
जवाब देंहटाएंThanks for your comments.Hope you will be give me your valuable response on my future posts.
अंजू जी,
जवाब देंहटाएंयह जानकर प्रसन्नता हुई कि आपको मेरा गीत पसन्द आया....
इसी तरह अपने अमूल्य विचारों से अवगत कराती रहें.
prem ko bahut hi sundar tarike se abhivyakt kiya hai aapne.. bahut dino se aapki koin ghazal padhne ko nahi mili
जवाब देंहटाएंडॉ आशुतोष मिश्रा आशु जी,
जवाब देंहटाएंयह जानकर सुखद अनुभूति हुई कि आपको मेरा गीत पसन्द आया।
हार्दिक धन्यवाद!
कृपया मेरे ब्लॉग
http://ghazalyatra.blogspot.com/
पर visit कर मेरी नई गज़ल पढ़ने की अनुकम्पा करें.
bhut hi mnmohk n reality based.thanks.
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