आपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी प्रस्तुति भी कल के चर्चा मंच का आकर्षण बनी है कल (13-6-2011) के चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट देखियेगा और अपने विचारों से चर्चामंच पर आकर अवगत कराइयेगा और हमारा हौसला बढाइयेगा।
Dr.varsha singh ka blog aur rachna tatha akarshak prastuti shresth hai.sadhuvad-badhai-shubhkamnayen varsha ji.-Raghunath Misra,advocate(kavi-sahityakar-sampadak-ramgkarmi-patrakar-alochak-vaiyaktik vikash salahkar-adhivakta-social worker-sansthapak,jan natya manch,Kota,Adhyaksha,Janwadi lekhak sangh,Kota va sadasya,Rajasthan rajya commmmittee va central council,Convenor,Kota division,All India Lawers union,member,state committee and prbhari kota district.
मानसिक कुहांसे की तस्वीर उतारती रचना है वर्शाजी ! उँगली पर आँचल लिप -टाती,यादों को छो कर शर्माती , जैसे कोई सपनो में आ ,करता है मुझसे दिल जोई ! अब तो आजा !अरे !बटोई। बटोई या बटोही वह होता है जिसकी बाट जोही जाती है .जनभाषा का शब्द है ये । इजाज़त हो तो रिमिक्स बनाएं ?गुस्ताखी नहीं करंगें बिना इजाज़त के .
उंगली पर आँचल लिपटाती,यादों को छू कर रह जाती आपकी कल्पना की उड़ान का जवाब नहीं , ऐसे ह्रदय स्पर्शी दृश्यों को चुन चुन कर कहाँ से लाती हैं ? कोमल और नाजुक गीत.
Er. सत्यम शिवम जी, "नयी पुरानी हलचल" में शामिल करके आपने जो सम्मान दिया है और उत्साहवर्द्धन किया है, उस के लिए मैं आपकी बेहद आभारी हूं. आपको बहुत बहुत धन्यवाद !
देर से सही, आपका आना सुखद लगा ...... हार्दिक धन्यवाद ! बल्कि मैं आपको धन्यवाद भर कहूं तो यह कम ही होगा, आपके अपनत्व ने मुझे भावविभोर कर दिया है।अत्यंत आभार....
सुन्दर.....मगर....कविता को अब आगे निकलना चाहिए. इस कठिन समय में कविता वो भी देखे, जो खा-पी कर अघाए लोग नहीं देख पाते. आप की प्रतिभा इस समय से संवाद करती रही है. भविष्य में भी करे. .
Er. सत्यम शिवम जी, "नयी पुरानी हलचल" पर मेरी पोस्ट को शामिल करके आपने जो सम्मान दिया है और उत्साहवर्द्धन किया है, उस के लिए मैं आपकी बेहद आभारी हूं. बहुत-बहुत धन्यवाद.
आदरणीया ...Dr Varsha Singh जी सप्रेम अभिवादन ... आपकी रचनाओं में गहरी अभिब्यक्ति है जो सिर्फ टिप्पणी से कह पाना ,मुश्किल काम है .. मन की भावनाओं को सरल शब्दों में उकेरना आपकी एक उत्कृष्ट शैली है ...हार्दिक बधाई ... kosirgraminmitra.blogpost.com
रूमानियत छलक रही है हर शब्द से . सुँदर भाव प्रवण रचना .
जवाब देंहटाएंप्रेम रस में डूबी सुन्दर अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंआपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी
जवाब देंहटाएंप्रस्तुति भी कल के चर्चा मंच का आकर्षण बनी है
कल (13-6-2011) के चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट
देखियेगा और अपने विचारों से चर्चामंच पर आकर
अवगत कराइयेगा और हमारा हौसला बढाइयेगा।
http://charchamanch.blogspot.com/
बहुत ही प्यारी लगी,ये रचना !
जवाब देंहटाएंकविता का खुबसूरत निच्छल प्रेम का प्रवाह लाजबाब है !
कोमल अहसासों से परिपूर्ण सुन्दर प्रेममयी रचना...कविता में भावों का प्रवाह प्रशंशनीय है...बहुत सुन्दर
जवाब देंहटाएंवाह! बहुत बढ़िया लिखा है आपने.
जवाब देंहटाएंसादर
Dr.varsha singh ka blog aur rachna tatha akarshak prastuti shresth hai.sadhuvad-badhai-shubhkamnayen varsha ji.-Raghunath Misra,advocate(kavi-sahityakar-sampadak-ramgkarmi-patrakar-alochak-vaiyaktik vikash salahkar-adhivakta-social worker-sansthapak,jan natya manch,Kota,Adhyaksha,Janwadi lekhak sangh,Kota va sadasya,Rajasthan rajya commmmittee va central council,Convenor,Kota division,All India Lawers union,member,state committee and prbhari kota district.
जवाब देंहटाएंprem ras chhalkaati rachna
जवाब देंहटाएंFull of romance and sugary memories :D
जवाब देंहटाएंBeauteous !!!!
मानसिक कुहांसे की तस्वीर उतारती रचना है वर्शाजी !
जवाब देंहटाएंउँगली पर आँचल लिप -टाती,यादों को छो कर शर्माती ,
जैसे कोई सपनो में आ ,करता है मुझसे दिल जोई !
अब तो आजा !अरे !बटोई।
बटोई या बटोही वह होता है जिसकी बाट जोही जाती है .जनभाषा का शब्द है ये ।
इजाज़त हो तो रिमिक्स बनाएं ?गुस्ताखी नहीं करंगें बिना इजाज़त के .
कोमल अहसासों से परिपूर्ण सुन्दर प्रेममयी रचना| धन्यवाद|
जवाब देंहटाएंबहुत ही रूमानी,
जवाब देंहटाएंविवेक जैन vivj2000.blogspot.com
भावनाओं को कलम से पहुंचाने का हुनर कम ही लोंगो में होता है,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,आपमें ये भरा पड़ा है,सबूत है ये रचना
जवाब देंहटाएंबहुत ही प्यारी रचना...सुंदर अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंbhut hi pyari rachna...
जवाब देंहटाएंडॉ.सिंह काफी दिनों बाद आपको पढ़ा ,माफ़ी चाहेंगे , साहित्य का उर्जावान पन्ना पढ़कर मन प्रमुदित होया गया ,निश्चय ही सुंदर रचना है
जवाब देंहटाएंबधाई जी /
सुंदर गीत के लिये बधाई और शुभकामनाएं |बिलम्ब के लिये क्षमा चाहता हूँ अभी जून तक व्यस्तता बनी रहेगी |
जवाब देंहटाएंवर्षा जी तश्वीर और इबारत में जाने कितने खो गये होंगे मुझ जैसे...आभार और बधाई
जवाब देंहटाएंचित्र-गीत दोनो बेहत खूबसूरत।
जवाब देंहटाएंउँगली पर आँचल लिप
जवाब देंहटाएंchit sa ban gaya aankhoke samne
prem ras ki sunder kavita
rachana
खूबसूरती से सजा रहता है आपका ब्लॉग प्रष्ठ खोलते ही एक अलग ही अंदाज़ प्रस्तुत करता है और शब्दांकन उतना ही प्रभावशाली , अच्छी रचनाओ के लिए बधाई
जवाब देंहटाएंसुन्दर भाव और अभिव्यक्ति के साथ शानदार रचना लिखा है आपने! बधाई!
जवाब देंहटाएंमेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है-
http://seawave-babli.blogspot.com/
यह अहसास जब होता है तब कुछ कुछ होने लगता है. सुन्दर अभिव्यक्ति. बधाई स्वीकारें.
जवाब देंहटाएंउंगली पर आँचल लिपटाती,यादों को छू कर रह जाती
जवाब देंहटाएंआपकी कल्पना की उड़ान का जवाब नहीं , ऐसे ह्रदय स्पर्शी दृश्यों को चुन चुन कर कहाँ से लाती हैं ?
कोमल और नाजुक गीत.
Ashish ji,
जवाब देंहटाएंThanks for YOUR VALUABLE COMMENT.
Er. सत्यम शिवम जी,
जवाब देंहटाएं"नयी पुरानी हलचल" में शामिल करके आपने जो सम्मान दिया है और उत्साहवर्द्धन किया है, उस के लिए मैं आपकी बेहद आभारी हूं. आपको बहुत बहुत धन्यवाद !
संगीता स्वरुप जी,
जवाब देंहटाएंयह जानकर सुखद अनुभूति हुई कि आपको मेरा गीत पसन्द आया। आपको बहुत बहुत धन्यवाद !
वन्दना जी,
जवाब देंहटाएं(13-6-2011) के चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट देख कर मन प्रफुल्लित हो उठा....इस उत्साहवर्द्धन के लिए अत्यन्त आभारी हूं। आपको बहुत-बहुत धन्यवाद !
✿ मदन शर्मा जी,
जवाब देंहटाएं✿ Kailash C Sharma ji,
आपके विचारों ने मेरा उत्साह बढ़ाया.हार्दिक धन्यवाद एवं आभार ....
कृपया इसी तरह सम्वाद बनाए रखें।
✿ यशवन्त माथुर जी,
जवाब देंहटाएं✿ RAGHUNATH MISHRA JI,
यह जानकर सुखद अनुभूति हुई कि आपको मेरा गीत पसन्द आया। आपको बहुत बहुत धन्यवाद !
रश्मि प्रभा जी,
जवाब देंहटाएंमेरे गीत को पसंद करने के लिये बहुत-बहुत धन्यवाद।
आप जैसे सुधी साहित्यकारों की बहुमूल्य टिप्पणी से मेरा उत्साह बढ़ेगा.
✿ Jyoti Mishra ji,
जवाब देंहटाएं✿ Veerubhai ji,
✿ Patali-The-Village ji,
It's a pleasure to have you on my blog. regards.I am very glad to see your comment on my GEET. Hearty thanks.
You're always welcome.
✿ Vivek Jain ji,
जवाब देंहटाएं✿ Ved parkash ji,
Thanks for your comments.
Hope you will be give me your valuable response on my future posts.
✿ डॉ॰ मोनिका शर्मा जी,
जवाब देंहटाएं✿ सुषमा 'आहुति' जी,
आपका स्नेह मेरे गीत को मिला...यह मेरा सौभाग्य है.
आपकी आत्मीय टिप्पणी के लिए अत्यंत आभार....
✿ उदयवीर सिंह जी,
जवाब देंहटाएं✿ जयकृष्ण राय तुषार जी,
देर से सही, आपका आना सुखद लगा ...... हार्दिक धन्यवाद !
बल्कि मैं आपको धन्यवाद भर कहूं तो यह कम ही होगा, आपके अपनत्व ने मुझे भावविभोर कर दिया है।अत्यंत आभार....
✿ Chandra Bhushan Mishra 'Ghafil'ji,
जवाब देंहटाएं✿ देवेन्द्र पाण्डेय जी,
मेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत है!
कृपया इसी तरह अपने अमूल्य विचारों से अवगत कराते रहें। मेरे गीत पर प्रतिक्रिया देने के लिये बहुत-बहुत धन्यवाद।
✿ रचना जी,
जवाब देंहटाएं✿ कुश्वंश जी,
आपकी आत्मीय टिप्पणी के लिए आभारी हूं...
आपका स्नेह मेरे गीत को मिला..यह मेरा सौभाग्य है.
रमेश कुमार जैन जी,
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत धन्यवाद।
उर्मि चक्रवर्ती जी,Babli
जवाब देंहटाएंमेरे गीत को पसंद करने के लिये आपको बहुत-बहुत धन्यवाद।
अबनीश सिंह चौहान जी,
जवाब देंहटाएंमेरे गीत को पसंद करने के लिये बहुत-बहुत धन्यवाद। आपके इस आत्मीय टिप्पणी देने के अनुग्रह के लिए आपको बहुत-बहुत आभार......
सपना निगम जी,
जवाब देंहटाएंआपकी इस आत्मीयता की मैं सदा अनुगृहीत रहूंगी.आपकी आत्मीय टिप्पणी के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।
सद्य स्नाता रचना का इंतज़ार -"सपनों में आ कर बरजोई...".
जवाब देंहटाएंVeerubhai ji,
जवाब देंहटाएंLot of thanks.
चित्र और रचना दोनों मनमोहक.... और सच ही तो है... यादें अनमोल पूंजी हैं. एक शेर याद आ गया
जवाब देंहटाएंचंद यादों के सिवा हाथ न कुछ आयेगा
उमरे गुरेजां का न यूं पीछा कीजे
जाने कब वो चले आयेंगे मिलने के लिये
अपनी पलकों पे नई शम्मा जलाया कीजे
मोहिन्दर कुमार जी,
जवाब देंहटाएंयह जानकर सुखद अनुभूति हुई कि आपको मेरा गीत पसन्द आया। आपको बहुत-बहुत धन्यवाद ! बहुत अच्छे शेर लिखे हैं आपने.
वर्षा जी
जवाब देंहटाएंहम तो पहली बार आपके ब्लॉग पर आये....... बहुत प्रभावशाली ब्लॉग है आपका. यह कविता भी अच्छी बन पड़ी है.
बहुत सुंदर रचना
जवाब देंहटाएंMithi..madhur..manmohak ....rachana.....
जवाब देंहटाएंMithi..madhur..manmohak ....rachana.....
जवाब देंहटाएंबहुत ही प्यारी रचना...बहुत-बहुत धन्यवाद।
जवाब देंहटाएंSingh SDM ji,
जवाब देंहटाएंThanks for your comments.Hope you will be give me your valuable response on my future posts.
महेन्द्र श्रीवास्तव जी,
जवाब देंहटाएंमेरे गीत को पसंद करने के लिये आपको बहुत-बहुत धन्यवाद।
अम्रिता तन्मय जी,
जवाब देंहटाएंआपकी आत्मीय टिप्पणी के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।
Maheshwari kaneri ji,
जवाब देंहटाएंHearty Thanks for your comment...
You are always welcome in my blog.
Aapki sundar prastuti man ko moh si lti hai.
जवाब देंहटाएं---------
ब्लॉग समीक्षा की 20वीं कड़ी...
आई साइबोर्ग, नैतिकता की धज्जियाँ...
ज़ाकिर अली ‘रजनीश’ जी,
जवाब देंहटाएंआपको बहुत-बहुत धन्यवाद।
वर्षा जी , श्रृंगार रस में पगी बहुत ही भीगी भीगी सी प्यारी रचना है मेरी बधाई स्वीकार करें !
जवाब देंहटाएंप्रेममयी रचना.बहुत सुंदर अभिव्यक्ति, बधाई....
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर नवगीत, विशेषकर ये पंक्तियाँ तो कमाल की हैं-
जवाब देंहटाएंयादों को
छूकर शरमाती।
साधुवाद।
साधना वैद्य जी,
जवाब देंहटाएंयह जानकर सुखद अनुभूति हुई कि आपको मेरा गीत पसन्द आया। आपको बहुत-बहुत धन्यवाद !
सुनील कुमार जी,
जवाब देंहटाएंकृपया इसी तरह अपने अमूल्य विचारों से अवगत कराते रहें। मेरे गीत पर प्रतिक्रिया देने के लिये बहुत-बहुत धन्यवाद।
आचार्य परशुराम राय जी,
जवाब देंहटाएंअत्यन्त आभारी हूं....आपकी आत्मीय टिप्पणी के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।
आपकी वर्षा जी !नै रचना बहुत इंतज़ार के बाद मिलती है .
जवाब देंहटाएंkhushkismat hai voh ,jiski yaad mein koi yun khoyaa to rahtaa hai...
जवाब देंहटाएंbeautifully written and equally beautifully presented..
सुंदर रचना है सुंदर अभिव्यक्ति, बधाई....
जवाब देंहटाएंVeerubhai ji,
जवाब देंहटाएंI am very glad to see your comment on my poem. Hearty thanks.
अमित श्रीवास्तव जी,
जवाब देंहटाएंइस उत्साहवर्द्धन के लिए अत्यन्त आभारी हूं। आपको बहुत-बहुत धन्यवाद !
Maheshwari kaneri ji,
जवाब देंहटाएंHearty Thanks for your comment...
समीर लाल जी,
जवाब देंहटाएंयह जानकर सुखद अनुभूति हुई कि आपको मेरा गीत पसन्द आया। आपको बहुत-बहुत धन्यवाद !
soft and touching creation !
जवाब देंहटाएंदिव्या जी,
जवाब देंहटाएंअत्यन्त आभारी हूं....आपकी आत्मीय टिप्पणी के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।
एकाकीपन
जवाब देंहटाएंखुद से बाटूँ
दाँतों से
होठों को काटूँ
नीर भरन जमुना-तट जाकर
अँसुवन जल से गगरी धोई...
मखमली गीत,कोमल भाव.
रूमानियत से लबरेज़ है आपकी रचना.
जवाब देंहटाएंVery touching!
जवाब देंहटाएंसुन्दर.....मगर....कविता को अब आगे निकलना चाहिए. इस कठिन समय में कविता वो भी देखे, जो खा-पी कर अघाए लोग नहीं देख पाते. आप की प्रतिभा इस समय से संवाद करती रही है. भविष्य में भी करे. .
जवाब देंहटाएंअरुण कुमार निगम जी,
जवाब देंहटाएंकाव्यात्मक पंक्तियों के माध्यम से मेरे गीत को सराहने के लिए आपको हार्दिक धन्यवाद एवं आभार।
कुंवर कुसुमेश जी,
जवाब देंहटाएंइस उत्साहवर्द्धन के लिए अत्यन्त आभारी हूं। आपको बहुत-बहुत धन्यवाद !
Rajeev Panchhi ji,
जवाब देंहटाएंThanks for your comments.
Hope you will be give me your valuable response on my future posts.
गिरीश पंकज जी,
जवाब देंहटाएंआपको बहुत-बहुत धन्यवाद !
जीवन को सुन्दरता से जीने के लिए मधुर सपनों का होना भी जरूरी है.
beautiful pic
जवाब देंहटाएंwith nice poem
यादें तो यादें होती
जवाब देंहटाएंरोके रुकती नहीं
जो बीत गया उसमें
हर लम्हा ताज़ा करती
निरंतर मन को सुकून देती
सुन्दर
sm
जवाब देंहटाएंThanks for your comments.It's pleasure to me .
Dipak Kumar ji,
जवाब देंहटाएंU r welcome on my Blog.
I'm going to visit your Blog just now.
डा.राजेंद्र तेला"निरंतर" जी,
जवाब देंहटाएंयह जानकर प्रसन्नता हुई कि आपको मेरा गीत पसन्द आया....
इसी तरह सम्वाद बनाए रखें....आपका सदा स्वागत है।
aane ke liye dhanybaad aate rahiye chhotawriters.blogspot.com
जवाब देंहटाएंदीपक कुमार जी,
जवाब देंहटाएंहार्दिक धन्यवाद! आपका सदैव स्वागत है!
Er. सत्यम शिवम जी,
जवाब देंहटाएं"नयी पुरानी हलचल" पर मेरी पोस्ट को शामिल करके आपने जो सम्मान दिया है और उत्साहवर्द्धन किया है, उस के लिए मैं आपकी बेहद आभारी हूं. बहुत-बहुत धन्यवाद.
उर्मि चक्रवर्ती जी,Babli
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत धन्यवाद.
वाह ...बहुत खूब कहा है आपने इन पंक्तियों में ।
जवाब देंहटाएंसदा जी,
जवाब देंहटाएंअत्यन्त आभारी हूं....आपकी आत्मीय टिप्पणी के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।
Bahut hee sundar racchana!
जवाब देंहटाएंक्षमा जी,
जवाब देंहटाएंअत्यन्त आभारी हूं....आपकी आत्मीय टिप्पणी के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।
वाह! बहुत बढ़िया !
जवाब देंहटाएंअनिल दवे
अनिल दवे जी,
जवाब देंहटाएंहार्दिक धन्यवाद! आपका सदैव स्वागत है!
ye blog mujhe pasand hai....
जवाब देंहटाएंरिचा जी,
जवाब देंहटाएंइस उत्साहवर्द्धन के लिए अत्यन्त आभारी हूं। आपको बहुत-बहुत धन्यवाद !
एक खूबसूरत रचना ..
जवाब देंहटाएंहार्दिक शुभकामनायें !
आदरणीया ...Dr Varsha Singh जी सप्रेम अभिवादन ...
जवाब देंहटाएंआपकी रचनाओं में गहरी अभिब्यक्ति है जो सिर्फ टिप्पणी से कह पाना ,मुश्किल काम है ..
मन की भावनाओं को सरल शब्दों में उकेरना आपकी एक उत्कृष्ट शैली है ...हार्दिक बधाई ...
kosirgraminmitra.blogpost.com
बहुत ही सुन्दर कविता और शब्द जैसे भाव को नए रंग दे रहे हो.. बधाई
जवाब देंहटाएंआभार
विजय
कृपया मेरी नयी कविता " फूल, चाय और बारिश " को पढकर अपनी बहुमूल्य राय दिजियेंगा . लिंक है : http://poemsofvijay.blogspot.com/2011/07/blog-post_22.html