Dr. (Miss) Sharad Singh & Dr. Varsha Singh |
Dr. (Miss) Sharad Singh |
संक्षिप्त परिचय
भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के पंडित गोविंद वल्लभ पंत पुरस्कार, मध्यप्रदेश साहित्य अकादमी के पं. बालकृष्ण शर्मा "नवीन" पुरस्कार सहित राज्य स्तरीय रामेश्वर गुरू पत्रकारिता सम्मान पुरस्कार, प्रादेशिक वागीश्वरी सम्मान, नई धारा कथा सम्मान, कस्तूरी देवी चतुर्वेदी लोकभाषा सम्मान, रामानंद तिवारी स्मृति प्रतिष्ठा सम्मान, विजय वर्मा कथा सम्मान आदि अनेक सम्मानों से सम्मानित वरिष्ठ लेखिका डाॅ. (सुश्री) शरद सिंह द्वारा लिखित विभिन्न विषयों पर लगभग पचास से अधिक पुस्तकें अब तक प्रकाशित हो चुकी हैं। उन्होंने शोषित, पीड़ित स्त्रियों के पक्ष में अपने लेखन के द्वारा हमेशा आवाज़ उठाई है। बुन्देलखण्ड की महिला बीड़ी श्रमिकों पर केन्द्रित ‘पत्तों में कैद औरतें’ तथा स्त्री विमर्श पुस्तक ‘औरत तीन तस्वीरें’ मनोरमा ईयर बुक में शामिल की जा चुकी हैं। बेड़िया स्त्रियों पर केन्द्रित ‘पिछले पन्ने की औरतें’ तथा लिव इन रिलेशन पर 'कस्बाई सिमोन' नामक उनके उपन्यासों को राष्ट्रीय एवं प्रादेशिक स्तर के अनेक सम्मान प्राप्त हो चुके हैं। उनका एक और उपन्यास "पचकौड़ी" राजनैतिक और पत्रकारिता जगत की पर्तों का बारीकी से विश्लेषण करने वाला पठनीय एवं लोकप्रिय उपन्यास है। हाल ही में डॉ. शरद सिंह का नया उपन्यास "शिखण्डी… स्त्री देह से परे" प्रकाशित हुआ है जो महाभारत के एक प्रमुख पात्र शिखण्डी के जीवन को नए नज़रिए से व्याख्यायित करता है।
29 नवम्बर को पन्ना, मध्यप्रदेश में जन्मीं खजुराहो की मूर्तिकला विषय में पीएचडी , सागर की प्रतिष्ठित साहित्यकार, कथालेखिका, उपन्यासकार, स्तम्भकार एवं कवयित्री और मेरी अनुजा डॉ शरद सिंह वर्तमान में मध्यप्रदेश के सागर नगर में निवास करते हुए स्वतंत्र लेखन के कार्य के साथ नई दिल्ली से प्रकाशित साहित्यिक पत्रिका "सामयिक सरस्वती" में कार्यकारी सम्पादक का दायित्व निभा रहीं हैं एवं पत्र-पत्रिकाओं सहित सोशल मीडिया पर वे लगातार अपनी सक्रियता बनाए हुए हैं। वे मानती हैं कि अधिकारों का ज्ञान और साहस ही स्त्रियों को शोषण-मुक्त जीवन दे सकता है। सागर से प्रकाशित होने वाले दैनिक समाचार पत्र "सागर दिनकर" में उनका नियमित कॉलम "चर्चा प्लस" अनेक समसामयिक मुद्दों पर विश्लेषणात्मक लेखन के लिए प्रबुद्ध पाठकों के बीच अपनी विशिष्ट पहचान बनाए हुए है। इससे पूर्व डॉ. शरद सिंह सागर से ही प्रकाशित होने वाले दैनिक समाचार पत्र "आचरण" में अनेक वर्षों तक "बतकाव" शीर्षक का नियमित कॉलम लेखन कर चुकी हैं।
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आपकी प्रिय बहन के जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएँ...।आपका और आपकी बहन का ये दिन हमेशा बहुत ख़ुशियों भरा हो...।
जवाब देंहटाएंप्रिय जिज्ञासा सिंह जी,
हटाएंआपकी इस आत्मीय टिप्पणी के लिए हार्दिक आभार 🌺🙏🌺
मेरे ब्लॉग पर सदैव आपका स्वागत है।
पुनः आभार सहित,
डॉ. वर्षा सिंह
बहुत सुन्दर।
जवाब देंहटाएंडॉ. सुश्री शरद सिंह जी को
गुरु नानक देव जयन्ती
और कार्तिक पूर्णिमा की भी हार्दिक शुभकामनाएँ।
बहुत बहुत हार्दिक धन्यवाद आदरणीय शास्त्री जी
हटाएं🙏
आपकी शुभकामनाएं अनमोल हैं। ऐसी कृपा सदैव बनाए रखें 🙏🔶🙏
सादर,
डॉ. वर्षा सिंह
सादर नमस्कार ,
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (1-12-20) को "अपना अपना दृष्टिकोण "'(चर्चा अंक-3902) पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित है।
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कामिनी सिन्हा
प्रिय कामिनी सिन्हा जी,
हटाएंआपके प्रति हार्दिक आभार 🙏
चर्चा मंच हेतु मेरी पोस्ट का चयन मेरे लिए अत्यंत प्रसन्नता का विषय है।
सस्नेह,
डं. वर्षा सिंह
डॉ. शरद सिंह को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंहार्दिक आभार कामिनी जी 🙏
हटाएंआपकी शुभकामनाएं इसी प्रकार सदैव हमें मिलती रहेंगी.... यही कामना है।
🌹🔵🙏🔵🌹
सस्नेह,
डॉ. वर्षा सिंह
आपकै शरद जी के जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं💐💐
जवाब देंहटाएंहार्दिक धन्यवाद प्रिय मीना भारद्वाज जी 🙏💗🌹❤️🙏
हटाएंप्रिय शरद दी को जन्मदिवस पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ।
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर पोस्ट बनाई है आपने दी।
बहुत-बहुत धन्यवाद प्रिय अनीता सैनी जी 🙏🌹🙏
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