प्रिय ब्लॉग पाठकों,
25 जनवरी, राष्ट्रीय मतदान दिवस की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं 🙏🌹
आज मेरी माता जी डॉ. विद्यावती "मालविका" का राष्ट्रीय मतदान दिवस के अवसर पर लिया गया वक्तव्य, "पत्रिका" समाचार पत्र में प्रकाशित हुआ है, जो निम्नानुसार है -
"मतदान लोकतांत्रिक देश के नागरिकों का सबसे बड़ा अधिकार है। मैं सन् 1952 के प्रथम लोकसभा चुनाव से निरंतर मतदान करती आ रही हूं। मतदान कर के हमेशा मैंने महसूस किया है कि जैसे राष्ट्र के विकास और स्वरूप के निर्धारण में मेरा भी महत्वपूर्ण योगदान है। अब तो "नोटा" के जरिए मतदान को और भी लोकतांत्रिक बना दिया गया है। सभी को विशेष कर युवाओं को अपने मताधिकार का प्रयोग करना चाहिए।"
- डॉ. विद्यावती "मालविका"
वरिष्ठ साहित्यकार एवं सेवानिवृत्त व्याख्याता, सागर, मध्यप्रदेश
हार्दिक आभार पत्रिका 🙏🍁
साथ ही राष्ट्रीय मतदान दिवस के अवसर पर प्रस्तुत है मेरी एक गीतिका ....
हम सदैव मतदान करें
लोकतंत्र का मान करें
चुनने को प्रतिनिधि अपना
जनजागृति का गान करें
कितनी ताकत एक वोट में
इसकी हम पहचान करें
बहकावे से दूरी रख कर
स्वविवेक का ध्यान करें
हम भारत के वासी "वर्षा"
भारत पर अभिमान करें
- डॉ. वर्षा सिंह
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बहुत सुंदर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंहार्दिक धन्यवाद ज्योति खरे जी 🙏
हटाएंउपयोगी सन्देश।
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गणतन्त्र दिवस की पूर्वसंध्या पर हार्दिक शुभकामनाएँ।
बहुत धन्यवाद आदरणीय 🙏
हटाएंसंदेश पूर्ण रचना. गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाओं सहित जिज्ञासा सिंह..
जवाब देंहटाएंबहुत धन्यवाद प्रिय जिज्ञासा जी 🙏
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