कवयित्री / शायरा डॉ. वर्षा सिंह
ये पहेली किसके समझ आयी है जी?बहुत सुंदर रचना, शुभकामनाएं.रामराम.
बहुत सुंदर सटीक शब्द बधाई
sundar panktiyan
इस पहेली का हल मुश्किल है...पर नामुमकिन नहीं...
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बहुत खूब वर्षा जी आपकी लाइन को समर्पित पहेलियाँ सुलझ जाये तो क्या बात हुई हालात बन जाये तो वो न हालात हुई कटती हैं रातें तारे गिन गिन तन्हाई में ये भी गैरों को बताने पूछने की बात हुई
बहुत खूब,
ये पहेली किसके समझ आयी है जी?
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर रचना, शुभकामनाएं.
रामराम.
बहुत सुंदर सटीक शब्द बधाई
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जवाब देंहटाएंइस पहेली का हल मुश्किल है...पर नामुमकिन नहीं...
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जवाब देंहटाएंबहुत खूब वर्षा जी आपकी लाइन को समर्पित
जवाब देंहटाएंपहेलियाँ सुलझ जाये तो क्या बात हुई
हालात बन जाये तो वो न हालात हुई
कटती हैं रातें तारे गिन गिन तन्हाई में
ये भी गैरों को बताने पूछने की बात हुई
बहुत खूब,
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