कवयित्री / शायरा डॉ. वर्षा सिंह
खुबसूरत दिल से कही मुकम्मल बात दिल से जब दर्द का ये गुबार छंट जाता है खुद ब खुद अपनों पे प्यार छलक जाता है
क्या कहनेबहुत सुंदर
' बहुत अपना सा अब लगने लगा संसार सारा है ' ...बहुत सुन्दर रचना ।
प्रेम रस में सराबोर रचना...
ये प्रेम का असर है ... लाजवाब ...
प्रेम की अनुभूति ,मौसम के सापेक्ष ,अति सुन्दर ...
खुबसूरत दिल से कही मुकम्मल बात
जवाब देंहटाएंदिल से जब दर्द का ये गुबार छंट जाता है
खुद ब खुद अपनों पे प्यार छलक जाता है
क्या कहने
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर
' बहुत अपना सा अब
जवाब देंहटाएंलगने लगा संसार सारा है '
...बहुत सुन्दर रचना ।
प्रेम रस में सराबोर रचना...
जवाब देंहटाएंये प्रेम का असर है ... लाजवाब ...
जवाब देंहटाएंप्रेम की अनुभूति ,मौसम के सापेक्ष ,अति सुन्दर ...
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