Ehsaas Ki Nagri me Khayaalon ko Gul Yun Khile Ki zazbaat banke kagaz ko mehka gaye... Kaun kehta hai kagaz ke phoolon Se khushbu nahi aati//shayad unhone aise khubsurat Gazal he nahi padhi ya suni
namaskar Varsha Singh ji... plz add me in facebook...Apki rachanaye to mannko prafullit kar deti hai aur mantra mugh bhi... Utkarshmayi bhaasa aur Swayankarsh andaaz aur khoobsurat zazbaat ...bahut khoob myfriends1960@gmail.com is my fb id
इस बहाव को भला कौन रोक पाएगा .... खूबसूरत अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंडॉ० वर्षा जी जितना सुन्दर गीत उतना सुन्दर चित्र किसे बधाई दिया जाय |आपकी कलम को और आपकी कल्पना को बधाई देना ठीक रहेगा |शुभ रात्रि |
जवाब देंहटाएंसुन्दर गीत ...... सुन्दर चित्र .........खूबसूरत अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंकोमल अहसास से सजी सुन्दर रचना |
जवाब देंहटाएंमिलन आस का वास हो, अंतर्मन में ख़ास ।
जवाब देंहटाएंसुध-बुध बिसरे तन-बदन, गुमते होश-हवाश ।
गुमते होश-हवाश, पुलकती सारी देंही ।
तीर भरे उच्छ्वास, ताकता परम सनेही ।
वर्षा हो न जाय, भिगो दे पाथ रास का ।
अब न मुझको रोक, चली ले मिलन आस का ।।
दिनेश की टिप्पणी : आपका लिंक
dineshkidillagi.blogspot.com
चाहतों की राह सपनों की गली ,
जवाब देंहटाएंखिल रही है आज फिर कोई कली ,
चली गोरी पी से मिलन को चली .......बेहतरीन भाव और रागात्मकता से संसिक्त सचित्र रचना .नशे के ऊपर नशा ...
बहुत सुन्दर...
जवाब देंहटाएंरूमानी एहसासों से भरी रचना...
Behad sundar!
जवाब देंहटाएंबहुत खूबसूरत गीत... आपको शुभकामनायें...
जवाब देंहटाएंसजी मँच पे चरफरी, चटक स्वाद की चाट |
जवाब देंहटाएंचटकारे ले लो तनिक, रविकर जोहे बाट ||
बुधवारीय चर्चा-मँच
charchamanch.blogspot.com
so nice ...!!!
जवाब देंहटाएंNice...!
जवाब देंहटाएंबहुत ही बेहतरीन रचना....
जवाब देंहटाएंमेरे ब्लॉग पर आपका हार्दिक स्वागत है।
बहुत ही सुन्दर रचना के साथ सुन्दर चित्र
जवाब देंहटाएंअति सुंदर अभिव्यक्ति...
जवाब देंहटाएंमिलन की प्रबल आस , बाधा विविध को पार करके . सुँदर गीत .
जवाब देंहटाएंदूर एक दरिया बुलाता है ,मुझे ,
जवाब देंहटाएंऔर मुझसे ही मिलाता है ,मुझे .
वाह क्या बात है .'खुद से खुद की मुलाकत हुई ,दिन बीता और रात हुई ',नहीं आये वो क्या बात हुई ?
बहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंबेहतरीन रचना....
जवाब देंहटाएंwaah ......very nice varsha jee.
जवाब देंहटाएंसुन्दर चित्र/बेहतरीन रचना.
जवाब देंहटाएंbahut hi pyaari rachna hai bhdaai aap ko
जवाब देंहटाएंEhsaas Ki Nagri me Khayaalon ko Gul
जवाब देंहटाएंYun Khile Ki zazbaat banke kagaz ko mehka gaye...
Kaun kehta hai kagaz ke phoolon Se khushbu nahi aati//shayad unhone aise khubsurat Gazal he nahi padhi ya suni
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