Dr. Varsha Singh |
बिटिया हमें बचाने
- डाॅ. वर्षा सिंह
आज करो संकल्प सबई जन
बिटिया हमें बचाने
मोड़ा के चक्कर में पड़े के
मोड़ी नईं गंवाने।
मोड़ी भले ब्याव होबे पे
होत पराए घर की
मन में जोत जलाए पर वो
मां-बाबा के दर की
अपना लो बिटिया खों भैया
करो न कोऊ बहाने।
कन्या जनम होय से पूरे
घर उजियारो छाए
लछमी चरन पड़े से मानो
डर अंधियारो जाए
कन्या देवी को सरूप है
चलियो, पांव पुजाने।
बिटिया को पढ़बे दे, भैया
रोक लगइयो नाए
बिटिया पढ़हे, आगे बढ़हे
ऊंचो नाम कमाए
बेटा-बिटिया भेद ने करियो
आए नए जमाने।
- डाॅ. वर्षा सिंह
आज करो संकल्प सबई जन
बिटिया हमें बचाने
मोड़ा के चक्कर में पड़े के
मोड़ी नईं गंवाने।
मोड़ी भले ब्याव होबे पे
होत पराए घर की
मन में जोत जलाए पर वो
मां-बाबा के दर की
अपना लो बिटिया खों भैया
करो न कोऊ बहाने।
कन्या जनम होय से पूरे
घर उजियारो छाए
लछमी चरन पड़े से मानो
डर अंधियारो जाए
कन्या देवी को सरूप है
चलियो, पांव पुजाने।
बिटिया को पढ़बे दे, भैया
रोक लगइयो नाए
बिटिया पढ़हे, आगे बढ़हे
ऊंचो नाम कमाए
बेटा-बिटिया भेद ने करियो
आए नए जमाने।
बहुत सुंदर...शिक्षाप्रद, सार्थक सृजन..... मौडा/मौडी
जवाब देंहटाएंHttps://Nkutkarsh.blogspot.com
हार्दिक धन्यवाद
हटाएंबहुत बहुत धन्यवाद आपको 🙏
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