दस दोहे होली के
होली का त्यौहार
- डाॅ. वर्षा सिंह
चढ़ कर यदि उतरे नहीं, होली वाला रंग ।
समझो इसमें है छुपा, बेशक़ प्रेम प्रसंग।। 1।।
सखी न पूछो - क्या हुआ ? क्यों चुनरी है लाल ?
अब कैसे तुमसे कहूं , अपने दिल का हाल ।। 2।।
ख़त कोई लिखता नहीं , मैसेज चलते आज।
मोबाइल पर खुल रहे, मन के सारे राज़ ।। 3।।
सूखी होली खेलना, पानी है अनमोल ।
व्यर्थ गंवाना ना इसे, समझो जल का मोल।। 4।।
टेसू, सेमल खोजना, रहा नहीं आसान।
ऊंची बनी इमारतें, हैं शहरों की शान ।। 5।।
दादी- नानी की कथा, अब सुनता है कौन !
क्यों जलती है होलिका ? बच्चे हैं सब मौन ।। 6।।
सबको अपना जानिए, छोड़ मान-अभिमान।
मुक्त हस्त करिये सदा, हंसी-ख़ुशी का दान ।। 7।।
मास्क लगाएं याद से, दूरी रखें ज़रूर।
गर्व कोरोना का हमें, करना होगा चूर ।। 8।।
माथे पर टीका लगे, गालों लाल गुलाल।
होंठों पर मुस्कान हो,मन का मिटे मलाल।। 9।।
‘‘वर्षा’’ हो सद्भाव की, बहे ख़ुशी की धा
तभी सार्थक हो सके, होली का त्यौहार।। 10।।
जी नमस्ते ,
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल सोमवार(२९-०३-२०२१) को 'एक दिन छुट्टी वाला'(चर्चा अंक-४०२०) पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित है।
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अनीता सैनी
बहुत-बहुत दिली धन्यवाद प्रिय अनीता जी 🙏
हटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंअच्छे और उपयोगी दोहे रचे हैं आपने।
रंगों के महापर्व होली की हार्दिक शुभकामनाएँ।
आदरणीय, आपकी सराहना पा कर सार्थक हो गए मेरे ये दोहे...हार्दिक आभार 🙏
हटाएंवाह 👌
जवाब देंहटाएंहोली की हार्दिक शुभकामनाएं 🌻♥️
हार्दिक धन्यवाद आदरणीय शिवम् कुमार पाण्डेय जी 🙏
हटाएंमुग्ध करती रचना - - होली की शुभकामनाओं सह।
जवाब देंहटाएंहार्दिक धन्यवाद आदरणीय सान्याल जी 🙏
हटाएंएक से बढ़ कर एक दोहे ! होली की हार्दिक शुभकामनाएं, सपरिवार स्वीकारें
जवाब देंहटाएंआपको भी होली की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏
हटाएंमेरे दोहे पसन्द करने हेतु हार्दिक धन्यवाद आदरणीय गगन शर्मा जी 🙏
सारे दोहे आपके , लगे एक से बढ़ एक
जवाब देंहटाएंहर एक में छिपे हैं , बढ़ बढ़ कर संदेश ।
बहुत बढ़िया ।
आदरणीया आपकी सराहना मिली, तो वाकई इन दोहों को सार्थकता मिल गई।
हटाएंहार्दिक धन्यवाद, मेरी पोस्ट पर कवितामय टिप्पणी कर मेरा उत्साहवर्धन करने के लिए 🙏
शानदार दोहे...
जवाब देंहटाएंहोली की हार्दिक शुभकामनाएं 🌹🙏🌹
बहुत शुक्रिया प्रिय बहन शरद सिंह 🙏
हटाएंआ वर्षा सिंह जी, बहुत सुंदर दोहेनुमा पंक्तियाँ!
जवाब देंहटाएं‘‘वर्षा’’ हो सद्भाव की, बहे ख़ुशी की धार
तभी सार्थक हो सके, होली का त्यौहार।। 10।।
होली की ढेर सारी शुभकामनाएँ💐!--ब्रजेंद्रनाथ
बहुत आभार आपका कि आपको मेरे दोहे पसंद आए 🙏
हटाएंवाह ! अद्भुत और समकालीन दोहे
जवाब देंहटाएंबहुत बधाइयाँ ।
I am very thankful to you for providing such a great information. It is simple but very accurate information.
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