Dr. Varsha Singh |
प्रिय मित्रों, टेलीविजन और बॉलीवुड जगत में सफलता के झंडे गाड़ने वाले ख्यातिप्राप्त युवा अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने मात्र 34 वर्ष की आयु में 14 जून 2020 रविवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आखिर क्यों ?????.... प्रश्न संभवतः अनुत्तरित ही रहें।
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत का स्मरण करते हुए गीत के माध्यम से मेरी यह अभिव्यक्ति प्रस्तुत है, जिसे web magazine युवाप्रवर्तक ने आज 15 जून के अंक में प्रकाशित किया है।
http://yuvapravartak.com/?p=34968
गीत
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत का स्मरण करते हुए....
- डॉ. वर्षा सिंह
जीवन जीना कठिन बहुत है
सहज मृत्यु का आलिंगन।
हंसना मुश्किल काम नहीं है
मुश्किल दुख का अभिनंदनं।
जग में सबसे बड़ा सत्य यह
मृत्यु सुनिश्चित है सबकी,
आना होगा जब आएगी
उसे बुलाए क्यों अब ही,
सहन धैर्य रख करना होगा
अंतर्मन का हर क्रंदन।
संघर्षों के आगे झुकना
नहीं प्रशंसा योग्य कभी,
डटकर पांव जमाए रखना
समझाती है प्रकृति यही,
हार गया वह जिसने खोया
अपनी सांसों का चंदन।
समय उसी के साथ चला
जो चला समय के साथ सदा,
जो घबरा कर रुका राह में
जीवन उसका हुआ वृथा,
कितने भी हों कष्ट कभी तुम
करना मत जीवन भंजन।
लाखों जन्म बिताने पर ही
मिलता मानव जीवन है,
हंता इसका स्वयं बने तो
मुक्त न होता बंधन है,
त्याग निराशा, आशा के प्रति
करते रहो सदा चिंतन।
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21 जनवरी 1986 को पटना में जन्में सुशांत सिंह राजपूत हिन्दी फिल्मों में अभिनेता होने के साथ -साथ थियेटर और टीवी अभिनेता भी थे। ज़ी टीवी पर प्रसारित ‘पवित्र रिश्ता’ सीरियल की बदौलत राजपूत को काफी लोकप्रियता मिली थी।उन्होंने भारतीय किक्रेटर एम एस धोनी पर बनी बायोपिक में भी उनका किरदार निभाया था। काय पो चे, शुद्ध देसी रोमांस, छिछोरे, केदारनाथ आदि उनकी लोकप्रिय फिल्में हैं।
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