पेज

बुधवार, जुलाई 18, 2018

नदी का दिल.... डॉ. वर्षा सिंह


नदी का दिल धड़कता है
सदा जलधार की ख़ातिर
बरसते मेघ धरती पर
हमेशा प्यार की ख़ातिर
      -  डॉ. वर्षा सिंह

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें