पेज

शुक्रवार, नवंबर 10, 2017

दोस्ती

ज़िन्दगी जीना सज़ा है इन दिनों
कुछ नहीं अपना पता है इन दिनों
दोस्ती उनसे हुई तो ये हुआ
पूछते सब क्या हुआ है इन दिनों
         - डॉ. वर्षा सिंह

1 टिप्पणी: