Dr. Varsha Singh |
प्रिय मित्रों,
मेरी ग़ज़ल को web magazine युवा प्रवर्तक के अंक दिनांक 01 मार्च 2019 में स्थान मिला है।
युवा प्रवर्तक के प्रति हार्दिक आभार 🙏
कृपया पत्रिका में मेरी ग़ज़ल पढ़ने हेतु निम्नलिखित Link पर जायें....
http://yuvapravartak.com/?p=11036
अब देख तुझसे कोई शिकायत न करेंगे।
पहले सरीखी लेकिन मुहब्बत न करेंगे ।
माना कि बुतपरस्ती पर है यकीं हमें,
लेकिन तेरे बुत की इबादत न करेंगे।
देना न वास्ता अब बुझते चिराग़ का ,
आंचल की ओट दे के हिफ़ाज़त न करेंगे।
जो मुल्क की सरहद पर रख्खे बुरी नज़र,
हम पेश उसको अपनी शराफ़त न करेंगे।
हो सामने जो तू तो नज़रें न मिलायें ,
ऐसी भी मगर "वर्षा" अदावत न करेंगे।
http://yuvapravartak.com/?p=11036 |
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