Dr. Varsha Singh |
प्रिय मित्रों,
मेरी ग़ज़ल को web magazine युवा प्रवर्तक के अंक दिनांक 05.02.2019 में स्थान मिला है।
युवा प्रवर्तक के प्रति हार्दिक आभार 🙏
कृपया पत्रिका में मेरी ग़ज़ल पढ़ने हेतु निम्नलिखित Link पर जायें....
http://yuvapravartak.com/?p=9423
ग़ज़ल
ज़िन्दगी से शिकायत करें भी तो क्या !
हर तरफ है शिकायत का मेला लगा ।
जबसे मैंने भी की दिल्लगी आपसे
रंग बदलने लगा चेहरा आपका ।
अब न कोई यहां जिसको अपना कहें
रास आती नहीं अब यहां की हवा।
जब भी चाहा करूं मैं भी मनमर्जियां
रोक लेते हैं रिश्ते मेरा रास्ता ।
हर किसी को मिले मीत जिसका हो जो
दिल से "वर्षा" के निकली है अब ये दुआ
- डॉ. वर्षा सिंह
http://yuvapravartak.com/?p=9423 |
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