कवयित्री / शायरा डॉ. वर्षा सिंह
हिन्दी से प्यार हर दिन त्यौहार
भाषा ये देश की अपने परिवेश की
अपना सा लगता सारा संसार
सहज लिपि मनमोहक प्रीति की है द्योतक
सिमटा है इसमें जीवन का सार
- डॉ. वर्षा सिंह
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