कवयित्री / शायरा डॉ. वर्षा सिंह
अक्षर-अक्षर जुड़ कर बनते शब्द कई शब्दों से मिल कर बनती है पंक्ति नई
.....और पंक्ति दर पंक्ति बनी जब कविताएं बही भाव और संवेगों की सरिताएं
- डॉ वर्षा सिंह
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