वाह! सुदर शब्द, सुन्दर भाव और पवित्रता निश्छल. समर्पित प्रेम की, एक ही गुलदस्ते में. बहुत ही अच्छा लगा शब्द चयन और भाव दोनों ही. बधाई उत्कृष्ट रचना के लिए.
इस दुनिया में सिर्फ ख्वाब ही तो अपने बचे हैं.... बाकी सब कुछ बांटना पड़ता है.........बाँटना मजबूरी है...... कभी बांटना सुखकर होता है.......कभी दुखकर.......आपने निश्चित रूप से बेहतरीन भाव प्रस्तुत किये हैं.......
ख्वाबों को मुट्ठियों में बाँध लेना कितना अच्छा है। आपकी कविताएँ देखी बहुत अच्छी लगी। जब तक आप कविता करते हैं आपके अंदर का इंसान जिंदा रहता है कविता छूटी और आप भी बेजान। एक बात पर आपत्ति है आपने कुछ कविताओं में तस्वीरों का अच्छा चयन नहीं किया है कुछ तस्वीरें कविता के मूड को सूट नहीं कर रहीं।
जगजीत सिंह आधुनिक गजल गायन की अग्रणी है.एक ऐसा बेहतरीन कलाकार जिसने ग़ज़ल गायकी के सारे अंदाज़ बदल दिए ग़ज़ल को जन जन तक पहुचाया, ऐसा महान गायक आज हमारे बिच नहीं रहा, उनके बारे में और अधिक पढ़ें : जगजीत सिंह
बेहद ख़ूबसूरत रचना! हर एक शब्द दिल को छू गई! मेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है- http://seawave-babli.blogspot.com/ http://ek-jhalak-urmi-ki-kavitayen.blogspot.com
प्यार में भक्ति भी है,शक्ति भी है और त्याग भी है कहीं शबनम सा शीतल , है कहीं पर आग भी. अब चलो हम जल स्वयम् को स्वर्ण जैसा ढाल लें.........
हमेशा की तरह हृदय को तरंगित करने वाला गीत.
(यदि आशुकवि श्री पीलालाल चिनोरिया व उनकी पुत्री विदूषी श्रीमती विद्यावती मालविका जी के बारे में कुछ जानकारी दे सकती हैं तो कृपया अवश्य ही बतायें ,साभार.... arun.nigam56@gmail.com)
छोटी छोटी खुशियाँ समेटना भी जिंदगी में एक नया उत्साह भर देता है. बहुत सुंदर गीत प्रस्तुत किया है वर्षा जी. बधाई और शुभकामनायें.
जवाब देंहटाएंबहुत खूबसूरत गीत सुन्दर रचना...शुभकामनायें.
जवाब देंहटाएंवाह! बहुत ही सुन्दर अभिवयक्ति.....
जवाब देंहटाएंवक्त के सांचे में ढाल कर ज़िंदगी की जीना अच्छा है बहुत सुंदर क्या बात है ......
जवाब देंहटाएंbhaut hi khubsurat panktiya...
जवाब देंहटाएंवाह! सुदर शब्द, सुन्दर भाव और पवित्रता निश्छल. समर्पित प्रेम की, एक ही गुलदस्ते में. बहुत ही अच्छा लगा शब्द चयन और भाव दोनों ही. बधाई उत्कृष्ट रचना के लिए.
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर रचना है..........
जवाब देंहटाएंbahut hi khoobsurat bhaw...
जवाब देंहटाएंसरल शब्दों मे गहन भावभिव्यक्ति दी है।
जवाब देंहटाएंsaral shabdon mein behtarin rachna..premi yugal me yadi aapas me aastha ho jaye to wakai dunia ki koi parwah nahi rahti..sadar pranam ke sath
जवाब देंहटाएंसुंदर प्रस्तुति |
जवाब देंहटाएंबधाई |।
वाह ...बहुत खूब कहा है आपने
जवाब देंहटाएंबधाई उत्कृष्ट रचना के लिए.........
रचना दीक्षित जी,
जवाब देंहटाएंआपके द्वारा की गई मेरे गीत की इस प्रशंसा के लिए मैं आपकी अत्यन्त आभारी हूं.हार्दिक धन्यवाद!
माहेश्वरी कनेरी जी,
जवाब देंहटाएंआपकी शुभकामनाओं हेतु हार्दिक आभार.
सुषमा'आहुति'जी,
जवाब देंहटाएंआपको बहुत-बहुत धन्यवाद...
सुनील कुमार जी,
जवाब देंहटाएंमेरे गीत पर प्रतिक्रिया देने के लिये आपको बहुत-बहुत धन्यवाद।
सागर जी,
जवाब देंहटाएंमेरे गीत को पसंद करने के लिये बहुत-बहुत धन्यवाद।
डा.जे.पी. तिवारी जी,
जवाब देंहटाएंमेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत है!
कृपया इसी तरह अपने अमूल्य विचारों से अवगत कराते रहें।
मनोज जी,
जवाब देंहटाएंयह जानकर प्रसन्नता हुई कि आपको मेरा गीत पसन्द आया....
इसी तरह सम्वाद बनाए रखें....आपका सदा स्वागत है।
रश्मि प्रभा जी,
जवाब देंहटाएंमेरे गीत पर आपके आत्मीय विचारों ने मेरा उत्साह बढ़ाया है.... हार्दिक धन्यवाद एवं आभार।
विजय माथुर जी,
जवाब देंहटाएंअनुगृहीत हूं आपकी आत्मीय टिप्पणी के लिए...हार्दिक धन्यवाद!
डॉ.आशुतोष मिश्रा आशु जी,
जवाब देंहटाएंइस उत्साहवर्द्धन के लिए अत्यन्त आभारी हूं।
आपको बहुत-बहुत धन्यवाद !
रविकर जी,
जवाब देंहटाएंआप जैसे सुकवि की बहुमूल्य टिप्पणी ने मेरा उत्साह बढ़ाया है.
आपको हार्दिक धन्यवाद!
मदन शर्मा जी,
जवाब देंहटाएंयह जानकर प्रसन्नता हुई कि आपको मेरा गीत पसन्द आया....
इसी तरह सम्वाद बनाए रखें....आपका सदा स्वागत है।
बहुत खूबसूरत अहसास.
जवाब देंहटाएंखूबसूरत शब्द रचना.
इस दुनिया में सिर्फ ख्वाब ही तो अपने बचे हैं.... बाकी सब कुछ बांटना पड़ता है.........बाँटना मजबूरी है...... कभी बांटना सुखकर होता है.......कभी दुखकर.......आपने निश्चित रूप से बेहतरीन भाव प्रस्तुत किये हैं.......
जवाब देंहटाएंमनोज जी,
जवाब देंहटाएंआपका पुनः आगमन सुखद लगा....मेरे ब्लॉग पर आपका हार्दिक स्वागत है. हार्दिक धन्यवाद!
विशाल जी,
जवाब देंहटाएंमेरे गीत को पसंद करने के लिये बहुत-बहुत धन्यवाद।
ख्वाबों को मुट्ठियों में बाँध लेना कितना अच्छा है। आपकी कविताएँ देखी बहुत अच्छी लगी। जब तक आप कविता करते हैं आपके अंदर का इंसान जिंदा रहता है कविता छूटी और आप भी बेजान। एक बात पर आपत्ति है आपने कुछ कविताओं में तस्वीरों का अच्छा चयन नहीं किया है कुछ तस्वीरें कविता के मूड को सूट नहीं कर रहीं।
जवाब देंहटाएंप्यार सच में खुदा कि नेमत है ...लेकिन यह हासिल किसी - किसी को होता है .......आपका शुक्रिया
जवाब देंहटाएंबेहतरीन रचना .... सुंदर भाव
जवाब देंहटाएंएक चित्ताकर्षक चित्र और उस पर उससे भी एक खूबसूरसत कविता /नज्म -कयामत इसी को तो कहते हैं न !
जवाब देंहटाएंप्यार को परिभाषित करती अच्छी रचना.
जवाब देंहटाएंsach kaha aapne, chhoti- chhoti khushiyon main hi basa hua hai asli sansaar, har baar kii tarah bahut sundar prastuti
जवाब देंहटाएंमैं और मेरा परिवेश,
जवाब देंहटाएंयह जानकर प्रसन्नता हुई कि आपको मेरा गीत पसन्द आया....
इसी तरह सम्वाद बनाए रखें....
केवल राम जी,
जवाब देंहटाएंमेरे गीत पर आपके आत्मीय विचारों ने मेरा उत्साह बढ़ाया है.... हार्दिक धन्यवाद एवं आभार।
डॉ॰ मोनिका शर्मा जी,
जवाब देंहटाएंअनुगृहीत हूं आपकी आत्मीय टिप्पणी के लिए...हार्दिक धन्यवाद!
अरविन्द मिश्रा जी,
जवाब देंहटाएंमेरे गीत को पसंद करने के लिये बहुत-बहुत धन्यवाद।
कुंवर कुसुमेश जी,
जवाब देंहटाएंआप जैसे सुकवि की बहुमूल्य टिप्पणी ने मेरा उत्साह बढ़ाया है.
आपको हार्दिक धन्यवाद!
संजय कुमार चौरसिया जी,
जवाब देंहटाएंयह जानकर प्रसन्नता हुई कि आपको मेरा गीत पसन्द आया....
इसी तरह सम्वाद बनाए रखें....आपका सदा स्वागत है।
वाह! बहुत ही सुन्दर अभिव्यक्ति।
जवाब देंहटाएंजगजीत सिंह आधुनिक गजल गायन की अग्रणी है.एक ऐसा बेहतरीन कलाकार जिसने ग़ज़ल गायकी के सारे अंदाज़ बदल दिए ग़ज़ल को जन जन तक पहुचाया, ऐसा महान गायक आज हमारे बिच नहीं रहा,
जवाब देंहटाएंउनके बारे में और अधिक पढ़ें : जगजीत सिंह
प्यार तो उस परवरदीगार की एक खूबसूरत दें है | अति सुन्दर |
जवाब देंहटाएंआपका Alexa page rank 3,772,690 है |
भीनी खुशबू से सराबोर आपकी कविता उत्क्रस्त श्रृंगार रस की बेहतरीन प्रस्तुति है हमेश की तरह अतिसुन्दर काव्यरचना बधाई
जवाब देंहटाएंवर्षा जी....अति उत्तम रचना !
जवाब देंहटाएंअब चलो हम..
आपकी तारीफों के पुल बाँध लें !
बहुत सुन्दर.
जवाब देंहटाएंवन्दना जी,
जवाब देंहटाएंइस उत्साहवर्द्धन के लिए अत्यन्त आभारी हूं।
आपको बहुत-बहुत धन्यवाद !
Unlucky,
जवाब देंहटाएंIt is really deeply sorrowful that we have lost a great Ghazal Singer...
विनीत नागपाल जी,
जवाब देंहटाएंमेरे गीत को पसंद करने के लिये बहुत-बहुत धन्यवाद।
कुश्वंश जी,
जवाब देंहटाएंअनुगृहीत हूं आपकी आत्मीय टिप्पणी के लिए...हार्दिक धन्यवाद!
कमलेश खान सिंह डिसूजा जी,
जवाब देंहटाएंमेरे गीत पर काव्यात्मक प्रतिक्रिया देने के लिये आपको बहुत-बहुत धन्यवाद।
वन्दना अवस्थी दुबे जी,
जवाब देंहटाएंयह जानकर प्रसन्नता हुई कि आपको मेरा गीत पसन्द आया....
इसी तरह सम्वाद बनाए रखें....
बेहद ख़ूबसूरत रचना! हर एक शब्द दिल को छू गई!
जवाब देंहटाएंमेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है-
http://seawave-babli.blogspot.com/
http://ek-jhalak-urmi-ki-kavitayen.blogspot.com
बहुत सुन्दर शब्द और अभिव्यक्ति ....
जवाब देंहटाएंआभार आपका !
प्यार में भक्ति भी है,शक्ति भी है और त्याग भी
जवाब देंहटाएंहै कहीं शबनम सा शीतल , है कहीं पर आग भी.
अब चलो हम
जल स्वयम् को स्वर्ण जैसा ढाल लें.........
हमेशा की तरह हृदय को तरंगित करने वाला गीत.
(यदि आशुकवि श्री पीलालाल चिनोरिया व उनकी पुत्री विदूषी श्रीमती विद्यावती मालविका जी के बारे में कुछ जानकारी दे सकती हैं तो कृपया अवश्य ही बतायें ,साभार.... arun.nigam56@gmail.com)
बहुत ही कोमल भाव युक्त गीतांजलि ....
जवाब देंहटाएंbahut khoobsurat rachna , badhai.
जवाब देंहटाएंबहुत ही खूबसूरत गीत वर्षा जी
जवाब देंहटाएंखुशियाँ बांटने से बढ़तीं हैं...और जो कोई अपने साथ हो तो बात ही क्या है...
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर गीत!
जवाब देंहटाएंवर्षा जी बहुत ही मोहक गीत बधाई
जवाब देंहटाएंसुन्दर अभिव्यक्ति.
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रेम-गीत..
जवाब देंहटाएंअब चालों हम वक्त को अपने सांचे में ढल लें..कमाल की पंक्तिय लिखी है आपने.
www.belovedlife-santosh.blogspot.com
एक-एक शब्द मोती जैसे...
जवाब देंहटाएंगीत ......सुन्दर माला
चित्र संयोजन पूर्व की भाँति अपूर्व
प्यार में कोई शर्त नहीं होती ...
जवाब देंहटाएंआपके शेर और उसका प्रस्तुतीकरण लाजवाब होता है ...
बहुत व्यस्त था ! बहुत मिस किया ब्लोगिंग को ! बहुत जल्द सक्रिय हो जाऊंगा !
जवाब देंहटाएंबहुत ही अच्छी प्रस्तुति..
मनोहारी गीत .बधाई !दिवाली मुबारक .
जवाब देंहटाएंबहुत सुदंर रचना
जवाब देंहटाएंआपको पढना वाकई अच्छा लगता है
बहुत सुदंर प्रस्तुति ..
जवाब देंहटाएं-:SHUBH DEEPAWALI:-
सुन्दर.... सुन्दर.... अति सुन्दर.
जवाब देंहटाएंआपका जबाब नही जी.
सुंदर प्यारा चित्र और प्यार भरी कविता.
जवाब देंहटाएंबेहतरीन प्रस्तुति .प्यार में होती नहीं है शर्त कोई मान लो ....
जवाब देंहटाएंबेस्ट ऑफ़ 2011
जवाब देंहटाएंचर्चा-मंच 790
पर आपकी एक उत्कृष्ट रचना है |
charchamanch.blogspot.com