पेज

गुरुवार, फ़रवरी 10, 2011

आया मधुमास है


55 टिप्‍पणियां:

  1. वासंतिक रंगों में रंगी बहुत ही खुबसुरत रचना........बधाई।

    जवाब देंहटाएं
  2. सत्यम शिवम जी, आपका बहुत बहुत शुक्रिया.
    आभारी हूं विचारों से अवगत कराने के लिए।

    जवाब देंहटाएं
  3. Kshama ji,Your warmly welcome in my blog and thanks for your valuable comments.

    जवाब देंहटाएं
  4. आदरणीया वर्षा सिंह जी सादर नमस्ते |बहुत सुंदर रचना के लिए आपको बधाई |पत्र पत्रिकाओं में आपको और शरद सिंह जी को बहुत दिनों से पढता रहा हूँ ब्लॉग पर देखकर एक सुखद अनुभूति हुई |

    जवाब देंहटाएं
  5. खुबसुरत वासंतिक रंगों में रंगी रचना| बधाई|

    जवाब देंहटाएं
  6. आशा उत्साह बिखेरती सुंदर रचना।

    जवाब देंहटाएं
  7. आपकी दूसरी बसंती रचना पढी.
    अतिसुन्दर.
    आपके पास गूढ़ शब्दों का अतुलनीय भण्डार होते हुए भी आप सरल शब्दों को प्रयोग करती हैं.
    तभी आपकी रचनाएँ पाठकों से सीधा संवाद पैदा करती हैं.आपसे बहुत कुछ सीखना है मुझे.
    ढेरों शुभ कामनाएं.

    जवाब देंहटाएं
  8. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

    जवाब देंहटाएं
  9. बहुत अच्छा लगा आपका यह वासन्ती गीत!

    जवाब देंहटाएं
  10. चुपके से आया मधुमास है ..और यह मधुमास हमें पसंद आया ..इसलिए चुपके से एक कमेन्ट कर दिया ...आपका आभार इस सुंदर रचना के लिए

    जवाब देंहटाएं
  11. आपकी उम्दा प्रस्तुति कल शनिवार (12.02.2011) को "चर्चा मंच" पर प्रस्तुत की गयी है।आप आये और आकर अपने विचारों से हमे अवगत कराये......"ॐ साई राम" at http://charchamanch.uchcharan.com/
    चर्चाकार:Er. सत्यम शिवम (शनिवासरीय चर्चा)

    जवाब देंहटाएं
  12. आदरणीया वर्षा सिंह जी
    नमस्कार !
    बहुत सुंदर रचना के लिए आपको बधाई

    जवाब देंहटाएं
  13. जयकृष्ण राय तुषार जी,
    मेरे ब्लॉग पर आने के लिए आपको धन्यवाद. आपके विचारों से मेरा उत्साह बढ़ेगा.
    शुभकामनाओं और प्रोत्साहन के लिये बहुत बहुत आभार.

    जवाब देंहटाएं
  14. सत्यम शिवम जी,
    आपको बहुत बहुत धन्यवाद .
    "चर्चा मंच" की शनिवासरीय चर्चा में शामिल करने के लिए बहुत बहुत आभार.

    जवाब देंहटाएं
  15. ❖ डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री ‘मयंक’ जी
    ❖ मनोज कुमार जी
    ❖ केवल राम जी
    ❖ सुरेन्द्र सिंह ‘झंझट’जी
    ❖ संजय भास्कर जी
    ❖ Patali-The-Village
    ❖ sagebob

    .......आप सभी को हार्दिक धन्यवाद एवं आभार।
    इसी तरह सम्वाद बनाए रखें।

    जवाब देंहटाएं
  16. जी हाँ सच में -चुके से आया मधुमास है -
    नटखट सी सुंदर अभिव्यक्ति -
    बधाई

    जवाब देंहटाएं
  17. मधुमास की ही तरह ये खूबसूरत सी रचना भी लहराती हुई रंग बिखराती आई है .आभार .

    जवाब देंहटाएं
  18. ❥ अनुपमा जी
    ❥ निवेदिता जी

    आभारी हूं विचारों से अवगत कराने के लिए।
    मेरे ब्लॉग पर आने के लिए हार्दिक धन्यवाद!

    जवाब देंहटाएं
  19. बहुत- बहुत खुबसूरत रचना एक बार पढ़ कर फिर पड़ने का दिल किया !

    जवाब देंहटाएं
  20. वर्षा जी आपकी कविता बहुत ही अच्छी है। मधुमास की विशिष्टाओं को रेंखांकित करती है।
    बहुत अच्छी रचना।


    पर.................समस्या है कि मधुमास का आवास प्रकृति का आंचल सूना हो रहा है। उसके रंग-बिरंगा बनाने वाले वृक्ष.....पृथ्वी की शोभा बढाे वाले वृक्ष तेजी से कट रहे हैं। ऐसे में मधुप को उसका आवास........प्रकृति को मनमोहक शृंगार कैसे मिलेगा। जब इन सबका आधार वृक्ष ही नहीं रहेगा।



    इस दिशा में आपका सहयोग अपेक्षित है। प्रत्येक मांगलिक अवसर पर आप वृक्ष लगायें........दूसरों से भी लगवायें...........और हमें इसकी सूचना दें।
    आपका एक कदम हमारे अस्तित्व के लिये संजीवनी सिद्ध होगा।

    जवाब देंहटाएं
  21. बहुत प्यारा और सुन्दर गीत.
    बधाई.

    जवाब देंहटाएं
  22. aap mere blog par aayi .../
    achha lagaa ...
    http://meribaat-babanpandey.blogspot.com
    par jaakar meri ek prem kavita padhe..
    intazaar rahegaa/

    जवाब देंहटाएं
  23. डॉ.वर्षा सिंह,
    सादर,
    आपकी रचना वसन्त सी प्यारी लगी। आभार। क्षमा प्रार्थना के साथ एक निवेदन है- इस गीत की पंक्तियों के अंत में आए "है" को हटाकर एकबार पढ़कर अवश्य देखें। इस धृष्टता के लिए पुनः एक बार क्षमा चाहता हूँ।

    जवाब देंहटाएं
  24. वसंत के रंगों सें सराबोर, आशा और उल्लास की छटा बिखेरती खूबसूरत और भावमयी प्रस्तुति. आभार.
    सादर,
    डोरोथी.

    जवाब देंहटाएं
  25. प्यार के खता बही बहुत अच्छे लगे ...कोमल भावों को समेटे सुन्दर रचना

    जवाब देंहटाएं
  26. सम्मानीय वर्षा जी अच्छी रचना

    जवाब देंहटाएं
  27. अत्यन्त खूबसुरत भावमयी रचना । आभार...

    जवाब देंहटाएं
  28. ✹ मीनाक्षी पंत जी
    ✹ कुंवर कुसुमेश जी
    ✹ बबन पाण्डेय जी
    ✹ डॉ.अनवर जमाल जी
    ✹ परशुराम राय जी
    ✹ डोरोथी जी
    ✹ संगीता स्वरुप जी
    ✹ अमरजीत जी
    ✹ सुशील बाकलीवाल जी

    .......आप सभी को हार्दिक धन्यवाद एवं आभार।

    जवाब देंहटाएं
  29. वृक्षारोपण : एक कदम प्रकृति की ओर...

    यह जिसका भी प्रयास है,अनुकरणीय है.
    मेरे ब्लॉग पर आने के लिए आपको धन्यवाद.

    जवाब देंहटाएं
  30. बहुत सुंदर रचना जी धन्यवाद

    जवाब देंहटाएं
  31. बढ़िया और खूबसूरत रचना !शुभकामनायें आपको !!

    जवाब देंहटाएं
  32. ✿ राज भाटिय़ा जी
    ✿ सतीश सक्सेना जी

    आपको बहुत-बहुत धन्यवाद...

    जवाब देंहटाएं
  33. Varsha ji ..... the song titali udi sung by Sharada - can read and listen on my blog atulkushwaha-resources.blogspot.com..Welcome to bollywood talkies....thank u..

    जवाब देंहटाएं
  34. Manpreet Kaur ji,
    Don't worry. I will be wait.

    Enjoy and take care......

    जवाब देंहटाएं
  35. Atul kushwaha ji,
    Its pleasure to me . I'm thankful to you. I'm going to visit your Blog..... just now.

    जवाब देंहटाएं
  36. मुकेश कुमार जी,
    मेरे ब्लॉग पर आने के लिए आपको धन्यवाद.
    आपके विचारों से मेरा उत्साह बढ़ेगा.

    जवाब देंहटाएं
  37. मह मह महकती मधुमासी कविता मन को लुभा गई ।

    जवाब देंहटाएं
  38. आशा जी,
    मेरे ब्लॉग पर आने के लिए हार्दिक आभार...
    आपको बहुत-बहुत धन्यवाद...

    जवाब देंहटाएं
  39. सपनों के रंग हुए गहरे हैं.... वाह ! खूबसूरत अभिव्यक्ति ...बधाई।

    जवाब देंहटाएं
  40. डॉ॰ दिव्या श्रीवास्तव जी,
    मेरे ब्लॉग पर आने और विचारों से अवगत कराने के लिए आपको धन्यवाद.

    जवाब देंहटाएं
  41. वर्षा मेम !
    नमस्कार !
    बेहद सुंदर अभिव्यक्ति है , अच्छी रचना के लिए बधाई !
    सादर

    जवाब देंहटाएं
  42. bahut sundar kavita , man ko chooti hui..

    बधाई

    -----------

    मेरी नयी कविता " तेरा नाम " पर आप का स्वागत है .

    आपसे निवेदन है की इस अवश्य पढ़िए और अपने कमेन्ट से इसे अनुग्रहित करे.

    """" इस कविता का लिंक है ::::

    http://poemsofvijay.blogspot.com/2011/02/blog-post.html

    विजय

    जवाब देंहटाएं
  43. सुनील गज्जाणी जी,
    आपको बहुत-बहुत धन्यवाद...
    हार्दिक शुभकामनाएं .

    जवाब देंहटाएं
  44. विजय कुमार जी,
    मेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत है...
    आभारी हूं विचारों से अवगत कराने के लिए।
    हार्दिक धन्यवाद!

    जवाब देंहटाएं
  45. ज्योति सिंह जी,
    आपको हृदय से आभार ...

    जवाब देंहटाएं
  46. वाह, क्या बात है !आदरणीया वर्षा सिंह जी
    नमस्कार !
    बेहद सुंदर अभिव्यक्ति है , अच्छी रचना के लिए बधाई !

    जवाब देंहटाएं
  47. चुपके से आया मधुमास है ..बहुत ही उम्दा रचना ,
    मह मह महकती मधुमासी कविता मन को लुभा गई ।
    बधाई स्वीकार करें .

    जवाब देंहटाएं
  48. बहुत सुंदर रचना... बधाई

    जवाब देंहटाएं
  49. मिथिलेश दुबे जी,
    आपको बहुत-बहुत धन्यवाद...

    जवाब देंहटाएं
  50. मदन शर्मा जी,
    हार्दिक धन्यवाद!

    जवाब देंहटाएं
  51. शिवकुमार ( शिवा) जी,
    मेरे ब्लॉग का अनुसरण करने के लिए आपका शुक्रिया.
    हार्दिक धन्यवाद! सम्वाद क़ायम रखें।

    जवाब देंहटाएं