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शनिवार, दिसंबर 14, 2019

चांद से पूछो... डॉ. वर्षा सिंह

Dr. Varsha Singh

चांद से पूछो..

चांद से पूछो कभी क्यों मौन हो
दूर रह कर पास दिखते कौन हो
       प्रश्न का उत्तर न यदि तुम पा सको
       तो धरा की आंख में झांको ज़रा
       आज तक बदला नहीं कुछ भी वहां
       चांद का सदियों से इक- सा चेहरा
       जो लुभाता है, बुलाता है पास अपने
       देखते हैं हम उसीके रोज़ सपने

मंगलवार, दिसंबर 10, 2019

नादानी दिल की 😊 .... डॉ. वर्षा सिंह

सिर्फ़ एक नादानी दिल की
बैठे-ठाले चोर हुआ
राह इश्क़ की चल निकला तो
दानाओं में शोर हुआ

       - डॉ. वर्षा सिंह