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बुधवार, अक्तूबर 30, 2019

इश्क़ के फ़लसफे - डॉ. वर्षा सिंह

मैं और मेरी किताब - वक़्त पढ़ रहा है...
इश्क़ के फ़लसफे - डॉ. वर्षा सिंह

शुक्रवार, अक्तूबर 25, 2019

धनवन्तरी की अर्चना.... धनतेरस पर हार्दिक शुभकामनाएं - डॉ. वर्षा सिंह

Dr. Varsha Singh


धनतेरस दिनांक 25.10.2019 पर विशेष
धनवन्तरी की अर्चना

                 - डॉ. वर्षा सिंह

रश्मि की मंजुल कलाएं, ज्योति के त्यौहार में जगमगाती तारिकाएं, ज्योति के त्यौहार में 

स्वास्थ्य-सुख की कामना,  धनवन्तरी की अर्चना
आरती करती दिशाएं, ज्योति के त्यौहार में 

दीप माटी के सजे, फिर आ रही दीपावली
गूंजती पावन ऋचाएं, ज्योति के त्यौहार में 

प्रकृति का श्रंगार, स्वर्णिम हार, नख-शिख आभरण
मुग्ध बेसुध व्यंजनाएं, ज्योति के त्यौहार में 

हासमय उल्लास, कातिक मास, मंगल कामना
नेह सिंचित भावनाएं, ज्योति के त्यौहार में 

धूप, अक्षत, पान, सुख का गान, आंगन-द्वार पर
इंद्रधनुषी अल्पनाएं, ज्योति के त्यौहार में

रूप की "वर्षा", नई आशा, नए संकल्प से
झूमती नव वर्तिकाएं, ज्योति के त्यौहार में
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       मेरी इस ग़ज़ल को धनतेरस के अवसर पर web magazine युवा प्रवर्तक के अंक दिनांक 25 अक्टूबर 2019 में स्थान मिला है।
        युवा प्रवर्तक के प्रति हार्दिक आभार 🙏
       मित्रों, यदि आप चाहें तो पत्रिका में इसे इस Link पर भी पढ़ सकते हैं ...
http://yuvapravartak.com/?p=20746





बुधवार, अक्तूबर 16, 2019

करवा चौथ की हार्दिक शुभकामनाएं - डॉ. वर्षा सिंह

Dr. Varsha Singh

करवा चौथ दिनांक 17.10.2019 पर विशेष

सुहागिन बहनों के प्रति शुभकामना

                  - डॉ. वर्षा सिंह

दे  रहा  मन  हो  विह्वल, शुभकामना।
नित खिले सुख का कमल, शुभकामना।

दिन  वसंती  हों, निशा  हेमंतिनी 
सांझ  बरसे  नेह-जल, शुभकामना।

आज के  सपने  सभी साकार हों
और बिखरे हास कल, शुभकामना।

हर्ष  की, उल्लास की  गाथा  गढ़े 
आयु का हर एक पल, शुभकामना।

इंद्रधनुषी  अल्पनाओं  से सजे 
कल्पनाओं  का महल, शुभकामना।

तुम  जहां  हो रोशनी भी हो वहां 
दे  रही  आंखें  सजल, शुभकामना।

भावनाओं के शिखर को चूम कर 
कह रही है यह ग़ज़ल, शुभकामना।

सिर्फ़  छूने  से बने  अमृत कलश 
हर निराशा  का गरल, शुभकामना।

मन की अभिलाषा सदा साकार हो
हर कदम पर हों सफल, शुभकामना।

ज्योत्सना बिखरे सदा सुख शांति की 
है  यही  निर्मल- धवल, शुभकामना।

मांग में  सौभाग्य  की  दें  लालिमा
चंद्र की  किरणें  चपल, शुभकामना।

नित्य "वर्षा"  हो  सरस आल्हाद की 
पल्लवित हो नित नवल, शुभकामना।

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 करवा चौथ पर्व के अवसर पर सृजित मेरी इस ग़ज़ल को web magazine युवा प्रवर्तक के अंक दिनांक 17 अक्टूबर 2019 में स्थान मिला है।
युवा प्रवर्तक के प्रति हार्दिक आभार 🙏
मित्रों, यदि आप चाहें तो पत्रिका में इसे इस Link पर भी पढ़ सकते हैं ...
http://yuvapravartak.com/?p=20272

करवा चौथ की काव्यात्मक शुभकामनाएं - डॉ. वर्षा सिंह

मंगलवार, अक्तूबर 08, 2019

🚩विजयादशमी की हार्दिक शुभकामनाएं 🚩- डॉ. वर्षा सिंह


          बुराई पर अच्छाई और अधर्म पर धर्म की विजय के महापर्व विजयादशमी की सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं 🙏🌺🙏

                    🚩🔴🌺🙏🌺🔴🚩
        शारदीय नवरात्रि के नौ दिन दुर्गा पूजा के उपरांत दसवें दिन मनाई जाने वाली विजयादशमी अभिमान,अत्याचार एवं बुराई पर सत्य,धर्म और अच्छाई की विजय का प्रतीक है।
दशहरा दस पापों को हरनेवाला, दस शक्तियों को विकसित करनेवाला, दसों दिशाओं में मंगल करनेवाला और दस प्रकार की विजय देनेवाला पर्व है, इसलिए इसे ‘विजयादशमी’ भी कहते हैं ।

विजयादशमी की हार्दिक शुभकामनाएं - डॉ. वर्षा सिंह

      विजयादशमी को जीत का पर्व भी कहते हैं। रावण से जीतने हेतु श्रीराम ने भगवती दुर्गा की 9 दिन आराधना की थी और उनके आशीर्वाद से दसवें दिन रावण का वध किया था, इसलिये इसे विजयादशमी के रूप में मनाते हैं।
                      🚩🔴🌺🙏🌺🔴🚩
       जब जब संसार मे असत्य अन्याय होता है तब तब कोई दैवीय शक्ति असत्य व अन्याय का अंत करती है। रावण अन्यायकारी था व श्रीरामजी मानवता कल्याणप्रिय थे। इनके युद्ध में श्रीराम जी की जीत हुई। यानी विजयादशमी प्रतीक है अन्याय पर न्याय की जीत का।
                      🚩🔴🌺🙏🌺🔴🚩
 #विजयादशमी
#VijayaDashami