शनिवार, दिसंबर 22, 2018

काश, कभी तो... डॉ. वर्षा सिंह


काश!
कभी तो पूछता कोई
हवा से
कि कैसी हो ?
पूछता नदी से
कि कैसी हो ?
पूछता मुझसे
कि कैसी हो ?

काश !
कभी तो हवा,नदी और मैं
कह पाते हाल अपना
और सच हो जाता
एक बेहद पुराना सपना

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